सरकार बिना शर्त बातचीत को हुई तैयार तो किसानों ने रख दी अपनी शर्त
नई दिल्ली। तीन कृषि कानूनों को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे किसानों को केंद्र सरकार ने आज बातचीत के लिए बुलाया है। उच्चस्तरीय कमेटी आज 3 बजे विज्ञान भवन में किसानों से बातचीत करने के लिए तैयार है। लेकिन उसके बावजूद किसान बातचीत करने के लिए तैयार नहीं है। यह भी पढ़ें- गृहमंत्री अनिल विज का किसानों ने किया विरोध, दिखाए काले झंडे [caption id="attachment_453812" align="aligncenter" width="700"] सरकार बिना शर्त बातचीत को हुई तैयार तो किसानों ने रख दी अपनी शर्त[/caption] पंजाब किसान संघर्ष समिति के नेता सुखविंदर एस सभरान ने कहा कि सरकार ने केवल 32 समूहों को बातचीत के लिए पत्र भेजा है और बाकी लोगों को नहीं बुलाया है जबकि देश के 500 से ज़्यादा किसानों के समूह यहां मैदान में लड़ रहे हैं। जब तक सभी समूहों को नहीं बुलाया जाएगा तब तक हम बातचीत नहीं करने जाएंगे। यह भी पढ़ें- पेट्रोल पंप मालिक की दरियादिली, किसानों के ट्रैक्टर में फ्री में डाल रहा तेल [caption id="attachment_453811" align="aligncenter" width="719"] सरकार बिना शर्त बातचीत को हुई तैयार तो किसानों ने रख दी अपनी शर्त[/caption] इससे पहले किसानों का कहना था कि उन्हें बिना किसी शर्त के बातचीत के लिए दिल्ली बुलाया जाए लेकिन अब जब बिना शर्त किसानों को बातचीत के लिए बुलाया गया है तो किसान इस बातचीत के लिए भी तैयार नहीं है। [caption id="attachment_453814" align="aligncenter" width="700"] सरकार बिना शर्त बातचीत को हुई तैयार तो किसानों ने रख दी अपनी शर्त[/caption] हालांकि बताया जा रहा है कि इसे लेकर किसान संगठनों की आज एक मीटिंग होगी। उसमें बातचीत में जाने या ना जाने का फैसला लिया जाएगा।