जाखड़ के मन में अभी भी सीएम ना बनाए जाने की टीस, अंबिका सोनी और कांग्रेस पर निकाली भड़ास
चंडीगढ़ में सुनील जाखड़ ने एक बड़ा बयान दिया है। कैप्टन अमरिंद्र सिंह को पद से हटाए जाने के बाद मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे रहे जाखड़ ने सीएम ना बनाए जाने पर नराजगी जाहिर की और अंबिका सोनी पर भी निशाना साधा।
सुनील जाखड़ ने कहा कि कैप्टन को सीएम पद से हटाए जाने के बाद मेरे पक्ष में 40 एमएलए थे, लेकिन इसके बाद भी मुझे सीएम नहीं बनाया गया था।
वहीं, अंबिका सोनी की ओर से राहुल गांधी को हिंदू की बजाय जट सिख चेहरे को पंजाब का सीएम बनाए जाने की दी गई राय पर जाखड़ ने कहा "Who is Ambika Soni...वो पंजाब के बारे में क्या जानती हैं।" मैंने उस समय भी अम्बिका सोनी को कहा था कि तुमने पंजाब की पीठ में छुरा मारा है।
बता दें कि सुनील जाखड़ की गिनती राजनीति में जेंटलमैन के तौर पर होती है। सीएम ना बनाए जाने की बात से निराश होकर जाखड़ ने सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लिया था। तीन बार विधायक और एक बार सांसद रहे जाखड़ इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं।
जाखड़ ने हाल ही में कहा था कि मैं अब सक्रिय राजनीति में हिस्सा नहीं लूंगा। अब चाहे इसे राजनीति संन्यास माने या कुछ और लेकिन अब बस...। पिछले दिनों के कांग्रेस में खुद के साथ हुए घटनाक्रम से आहत जाखड़ ने यहां तक कहा है कि जमाने में राजनीति के सिवाय और भी बहुत काम हैं।
अहम बात यह है कि जाखड़ ने यह फैसला पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ लुधियाना में स्टेज साझा करने के एक दिन बाद ही किया था। राहुल गांधी ने इस दौरान सुनील जाखड़ को ‘हीरा’ और ‘बेहद संजीदा’ इंसान बताया था। इस मौके पर जाखड़ खुद गाड़ी चलाकर राहुल गांधी को लुधियाना लेकर गए थे।
जाखड़ की नाराजगी इस बात को लेकर ज्यादा थी कि पार्टी की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी ने उनके और मुख्यमंत्री की कुर्सी के बीच खाई यह कह कर बना दी कि पंजाब में पगड़ीधारी ही मुख्यमंत्री हो सकता है। इससे पहले जब कांग्रेस के विधायकों ने कैप्टन के खिलाफ मोर्चा खोला था तब भी पार्टी ने सबसे पहले उनसे (सुनील जाखड़ से) इस्तीफा लेकर नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश प्रधान की कमान सौंपी थी।