कृषि कानूनों पर केंद्र के प्रस्ताव को ठुकराने के बाद ये है किसानों की रणनीति
नई दिल्ली। कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार के प्रस्ताव को किसानों ने ठुकरा दिया है। इस प्रस्ताव को ठुकराने के बाद किसान नेताओं ने प्रेस वार्ता कर आगामी रणनीति का ऐलान किया। [caption id="attachment_456441" align="aligncenter" width="750"] कृषि कानूनों पर केंद्र के प्रस्ताव को ठुकराने के बाद ये है किसानों की रणनीति[/caption] किसान नेताओं ने कहा कि कृषि कानूनों को रद्द किया जाना चाहिए, इससे कम कुछ भी स्वीकार नहीं है और एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून बनाया जाना चाहिए। किसान संगठनों ने कहा कि सरकार दोबारा प्रस्ताव भेजेगी तो उस पर विचार करेंगे। [caption id="attachment_456440" align="aligncenter" width="750"] कृषि कानूनों पर केंद्र के प्रस्ताव को ठुकराने के बाद ये है किसानों की रणनीति[/caption] यह भी पढ़ें- किसानों ने ठुकराया कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार का प्रस्ताव अब किसान संगठन ने इस आंदोलन को और तेज करने का ऐलान किया है। पूरे देश में धरने प्रदर्शनों को जारी रखने की रणनीति बनाई गई है। 12 तारीख को देशभर के टोल प्लाजा को फ्री करने की रणनीति बनाई गई है। 12 दिसंबर को ही दिल्ली-जयपुर हाइवे को ब्लॉक किया जाएगा। 14 तारीख को देशभर में बड़े स्तर पर प्रदर्शन किए जाएंगे। यह भी पढ़ें- बीजेपी का विपक्षी दलों पर निशाना, कहा- अस्तित्व बचाने आंदोलन में कूद गए [caption id="attachment_456439" align="aligncenter" width="750"] कृषि कानूनों पर केंद्र के प्रस्ताव को ठुकराने के बाद ये है किसानों की रणनीति[/caption] वहीं बीजेपी नेताओं का घेराव करने की भी रणनीति बनाई गई है। इसके अलावा कुछ उद्योगपतियों के संस्थानों के बाहर भी धरना प्रदर्शन करने का ऐलान किया गया है।