रामलला के वकील के.पराशरण से मिले मोहन भागवत, जताया आभार
नई दिल्ली। अयोध्या मामले को अंजाम तक पहुंचाने में कारगर भूमिका निभाने वाले वाले वरिष्ठ अधिवक्ता के. पराशरण की आखिरी ख्वाहिश पूरी हो चुकी है। रामलला विराजमान की ओर से पैरवी करने वाले के. पराशरण की ख्वाहिश है कि उनके जीते जी रामलला कानूनी तौर पर विराजमान हो जाएं। [caption id="attachment_358435" align="aligncenter" width="700"] रामलला के वकील के.पराशरण से मिले मोहन भागवत, जताया आभार[/caption] इस केस को अंजाम तक पहुंचाने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने वरिष्ठ अधिवक्ता के.पराशरण से मिलकर उनका सम्मान और आभार व्यक्त किया। [caption id="attachment_358436" align="aligncenter" width="700"] रामलला के वकील के.पराशरण से मिले मोहन भागवत, जताया आभार[/caption] आपको बता दें कि रामलला की पैरवी करने वाले 92 वर्षीय के पराशरण जी को ‘देवताओं का वकील’ भी कहा जाता है। वे रामलला विराजमान से पहले वे सबरीमाला मामले में भगवान अयप्पा के वकील रहे थे। पराशरण को भारतीय इतिहास, वेद पुराण और धर्म के साथ ही संविधान का व्यापक ज्ञान है। उन्होंने स्कन्ध पुराण के श्लोकों का जिक्र करके राम मंदिर का अस्तित्व साबित करने की कोशिश की। यह भी पढ़ें : तो इतने वक्त में बन जाएगा राम मंदिर, नक्शा पहले से ही है तैयार ---PTC NEWS---