यूरोप के दौरे पर पीएम मोदी, 8 वर्ल्ड लीडर से करेंगे मुलाकात...जानिए क्यों खास है पीएम का ये दौरा
रूस-यूक्रेन युद्ध संकट के बीच पीएम मोदी यूरोप के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। यूक्रेन रूस संकट के बीच पीएम मोदी का ये दौरा बेहद खास माना जा रहा है। आज पीएम जर्मनी के बर्लिन में हैं। भारत और यूरोपिय देशों का रुख रूस यूक्रेन को लेकर अलग अलग है। यूरोप के अधिकतर देश जहां रूस के खिलाफ खड़े हैं, वहीं भारत इस मुद्दे पर तटस्थ है।
यूरोप के दौरे के दौरान पीएम सबसे पहले जर्मनी पहुंचे हैं। इसके बाद वह डेनमार्क और फ्रांस भी जाएंगे। यूरोप के तीन देशों के दौरे के दौरान पीएम मोदी कुल 65 घंटों में 25 बैठकों में शामिल होंगे। इस दौरान वह 8 वैश्विक नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।
इन बैठकों के दौरान यूरोपीय देश यूक्रेन का पक्ष लेने के लिए भारत पर दबाव डाल सकते हैं, लेकिन भारत का रुख तटस्थ ही रहेगा। ये भारत पहले ही साफ कर चुका है। पीएम मोदी के दौरे में यूक्रेन के मुद्दे का सवाल केवल जर्मनी के दौरे में ही नहीं बल्कि डेनमार्क में होने वाली द्विपक्षीय मुलाकातों और भारत-नॉर्डिक देशों के सम्मेलन में भी चर्चाओं में उठेगा। रूस-यूक्रेन संकट के बीच नॉर्डिक क्षेत्र में मची खलबली का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि स्वीडन और फ़िनलैंड ने अपनी नाटो सदस्यता का आवेदन आगे बढ़ाया है।
मोदी राजधानी बर्लिन में आज जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। पीएम मोदी और शोल्ज छठे भारत-जर्मनी इंटर-गवर्नमेंटल कंसल्टेशन (IGC) की अध्यक्षता करेंगे। इसके अलावा पीएम मोदी जर्मनी में भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे।
पीएम मोदी जर्मनी के बाद डेनमार्क की यात्रा पर रहेंगे। यहां राजधानी कोपेनहेगन में डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन और क्वीन माग्रेट द्वितीय से बात करेंगे। विदेश यात्रा के अंतिम दौर में प्रधानमंत्री मोदी कुछ देर के लिए फ्रांस में रुकेंगे। यहां वो फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से बातचीत करेंगे। भारत और फ्रांस के बीच इस साल कूटनीतिक रिश्तों के 75 साल पूरे होने जा रहे हैं।