Mann Ki Baat: चोरी हुई मूर्तियां भारत लाईं जा रही वापस, भारत के वैज्ञानिकों ने कैंसर का इलाज करने वाले पौधे की खोज की: पीएम मोदी
PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को देशवासियों के साथ अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात (Mann Ki Baat) के जरिये विचार साझा किए। इस दौरान उन्होंने मराठी भाषा दिवस (Marathi Language Day) पर लोगों को शुभकामनाएं दीं। साथ ही देश से चोरी हुई कीमती मूर्तियों का मामला भी उठाया।
उन्होंने कहा, ‘अतीत में बहुत सारी मूर्तियां चोरी होकर भारत से बाहर जाती रहीं। कभी इस देश में, तो कभी उस देश में ये मूर्तियां बेचीं जाती रहीं। न उनको उसके इतिहास से लेना देना था, ना श्रद्धा से लेना देना था। इन मूर्तियों को वापस लाना, भारत मां के प्रति हमारा दायित्व है।’
पीएम ने कहा कि कुछ वर्ष पहले तमिलनाडु के वेल्लूर से भगवान आंजनेय्यर, हनुमान जी की प्रतिमा चोरी हो गई थी । हनुमान जी की ये मूर्ति भी 600-700 साल पुरानी थी | इस महीने की शुरुआत में, ऑस्ट्रेलिया में हमें ये प्राप्त हुई, हमारे मिशन को मिल चुकी है।
इन मूर्तियों को वापस लाना, भारत मां के प्रति हमारा दायित्व है। इन मूर्तियों में भारत की आत्मा का, आस्था का अंश है। इनका एक सांस्कृतिक-ऐतिहासिक महत्व भी है। इस दायित्व को समझते हुए भारत ने अपने प्रयास बढ़ाए। और इसका कारण ये भी हुआ कि चोरी करने की जो प्रवृति थी, उसमें भी एक भय पैदा हुआ।
अमेरिका, ब्रिटेन, हॉलैंड, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी, सिंगापुर, ऐसे कितने ही देशों ने भारत की इस भावना को समझा है और मूर्तियां वापस लाने में हमारी मदद की है। पीएम ने कहा कि साल 2013 तक करीब-करीब 13 प्रतिमाएं भारत आयी थीं। लेकिन, पिछले सात साल में 200 से ज्यादा बहुमूल्य प्रतिमाओं को, भारत, सफलता के साथ वापस ला चुका है। पिछले साल सितम्बर में जब अमेरिका गया था, तो वहां मुझे काफी पुरानी-पुरानी कई सारी प्रतिमाएँ और सांस्कृतिक महत्व की अनेक चीजें प्राप्त हुई।
देश में आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार पर बहुत ध्यान दिया गया
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले सात वर्षों में देश में आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार पर बहुत ध्यान दिया गया है। इसी महीने की शुरुआत में Ayush Start-up चैलेंज शुरू हुआ है। इस चैलेंज का लक्ष्य इस क्षेत्र में काम करने वाले Start-ups को पहचान करके उन्हें बढ़ावा देना है। आयुष मंत्रालय के गठन ने चिकित्सा और स्वास्थ्य के हमारे पारंपरिक तरीकों को लोकप्रिय बनाने के हमारे संकल्प को और मजबूत किया है।
कश्मीर के श्रीनगर में ‘मिशन जल थल’ नाम का एक जन आंदोलन
पीएम मोदी ने कहा कि एक बार जब लोग मिलकर के कुछ करने की ठान लें, तो वो अद्भुत चीजें कर जाते हैं। ‘मिशन जल थल’ नाम का एक जन आंदोलन कश्मीर के श्रीनगर में चल रहा है। यह श्रीनगर की झीलों और तालाबों की साफ-सफाई और उनकी पुरानी रौनक लौटाने का एक अनोखा प्रायास है।
मां की तरह मातृभाषा भी हमारे जीवन को गढ़ती है
जो विद्वान लोग हैं, वो मातृभाषा शब्द कहां से आया इसकी उत्पत्ति कैसे हुई, इसे लेकर बहुत अकादमिक इनपुट दे सकते हैं। जैसे हमारे जीवन को हमारी मां गढ़ती है, वैसे ही मातृभाषा भी हमारे जीवन को गढ़ती है। जैसे हम अपनी मां को नहीं छोड़ सकते वैसे ही अपनी मातृभाषा को भी नहीं छोड़ सकते। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी कुछ लोग ऐसे मानसिक द्वन्द में जी रहे हैं जिसके कारण उन्हें अपनी भाषा, अपने पहनावे, अपने खान-पान को लेकर एक संकोच होता है, जबकि, विश्व में कहीं और ऐसा नहीं है।