यूं तो क्रिकेट हर गली-कूचे में खेला जाता है, बल्ले और गेंद का ये खेल देखने में जितना आसान है, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलते हुए भारतीय महिला क्रिकेट को बुलंदियों पर ले जाने का साहस दिखाना उतना ही मुश्किल भी है. लेकिन झूलन गोस्वामी ने पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के छोटे से गांव चकदा से निकलकर 2 दशक तक शानदार क्रिकेट खेलकर ये साबित करके दिखाया है. इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स के मैदान पर भारत की दिग्गज महिला क्रिकेटर झूलन गोस्वामी ने अपना आखिरी मैच खेलकर अपने क्रिकेट के सफर पर विराम लगा दिया. इस दौरान इंग्लैंड टीम की खिलाड़ियों ने झूलन को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया।
1997 के महिला वर्ल्ड कप फाइनल में बॉल गर्ल थी झूलन

बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि साल 1997 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए महिला वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में झूलन गोस्वामी एक बॉल गर्ल थीं. ये फाइनल मुकाबला कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला गया था. करीब 90 हजार दर्शकों में बैठीं झूलन गोस्वामी ये मैच देखकर भारतीय टीम के लिए खेलने के लिए प्रेरित हुईं. एक इंटरव्यू में झूलन ने बताया, ‘जब मैंने ये महिला वर्ल्ड कप का फाइनल मैच देखा था, बस तभी से मैंने भारत के लिए खेलते हुए देश का प्रतिनिधित्व करने का सपना देखा था’.
19 साल की उम्र में झूलन गोस्वामी ने किया डेब्यू

19 साल की छोटी-सी उम्र में झूलन ने साल 2002 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपना डेब्यू किया. उन्होंने चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला एकदिवसीय मैच खेला. उसके बाद 14 जनवरी 2002 को झूलन ने लखनऊ में इंग्लैंड के खिलाफ खेल के लंबे प्रारूप यानि टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया. दाएं हाथ से बल्लेबाजी और मध्यम गति से गेंदबाजी करते हुए

उन्होंने एक ऑलराउंडर के रूप में प्रदर्शन किया. झूलन ने पूर्व भारतीय कप्तान मिताली राज के साथ साल 2006-07 में इंग्लैंड के खिलाफ बल्ले और गेंद से प्रदर्शन करते हुए एक ऑलराउंडर के तौर पर अपनी क्षमता जाहिर की।
'चकदा एक्सप्रेस' के नाम कई बड़े रिकॉर्ड, टूटना है नामुमकिन

अपने खेल से 'चकदा एक्सप्रेस' के नाम से मशहूर हुईं झूलन गोस्वामी ने शानदार क्रिकेटिंग करियर में भारत के लिए 214 वनडे, 68 टी-20 और 12 टेस्ट मैच खेले हैं. तीनों फॉर्मेट मिलाकर झूलन ने 284 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों में कुल 355 विकेट हासिल किए हैं. वो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज हैं. झूलन गोस्वामी ने वनडे वर्ल्ड कप

में सबसे ज्यादा 43 विकेट चटकाए हैं. साथ ही वनडे इंटरनेशनल में झूलन सबसे ज्यादा 2270.2 ओवर फेंकने वाली महिला क्रिकेटर हैं, उन्होंने अपने वनडे करियर में करीब 10 हजार गेंदें फेंकी हैं. वहीं झूलन ने भारतीय टीम के साथ 3

बार एशिया कप का खिताब भी जीता. साल 2007 में झूलन को आईसीसी वुमेन्स प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब दिया गया था।
झूलन के आखिरी मैच में भावुक हुए खिलाड़ी, यूं दी विदाई

झूलन ने 6 जनवरी 2002 को इंग्लैंड के खिलाफ भारत के लिए पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था और आखिरी मैच भी उन्होंने इसी टीम के खिलाफ खेला. वहीं जब इस दिग्गज खिलाड़ी को विदाई देने की बारी आई तो भारतीय खिलाड़ियों का
भावुक होना भी लाजिमी था. इस दौरान भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर भावुक हो गईं. बता दें कि हरमनप्रीत ने झूलन की कप्तानी में ही डेब्यू किया था।
झूलन पर बायोपिक बनकर तैयार, ये सितारा निभाएगा भूमिका

‘चकदा एक्सप्रेस’ के नाम से झूलन गोस्वामी पर जल्द ही बायोपिक रिलीज होने जा रही है, ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर इस बायोपिक का टीजर रिलीज हो चुका है, बायोपिक में अनुष्का शर्मा झूलन गोस्वामी का किरदार निभाती नजर आएंगी. वहीं अनुष्का ने टीजर शेयर करते हुए फिल्म को बहुत खास बताया है।