किसान आंदोलन में हरियाणा की भागीदारी बढ़ाने के लिए गांव-गांव पंचायत
टोहाना। (सतीश अरोड़ा) मोदी सरकार के 3 नये कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में हरियाणा के किसानों की भागीदारी बढ़ाने के लिए टोहाना के गांव-गांव में पंचायतें हो रही हैं। ग्रामीण पंचायतें करके दिल्ली कूच का फैसला ले रहे हैं। टोहाना के समैण गांव में ऐसी ही एक पंचायत हुई जिसमें ग्रामीणों ने एकत्रित होकर दिल्ली में पंजाब के किसानों के साथ हरियाणा के किसानों की भागीदारी बढ़ाने के लिए दिल्ली कूच का निर्णय लिया गया है। [caption id="attachment_453417" align="aligncenter" width="700"] किसान आंदोलन में हरियाणा की भागीदारी बढ़ाने के लिए गांव-गांव पंचायत[/caption] समैण गांव के साथ-साथ जिले के गांव भीमेवाला, नांगला, नांगली, बिठमड़ा सहित कई गांवों में ग्रामीणों ने एकत्रित होकर पंचायतें की और दिल्ली कूच का फैसला लिया। समैण गांव में ग्रामीण स्तर पर दिल्ली कूच के फैसलों के बारे में जानकारी देते हुए किसान बलवंत सिंह ने बताया कि पंजाब से काफी संख्या में किसानों ने आंदोलन के लिए कूच किया है और गांव में पंजाब के किसानों का स्वागत किया गया। यह भी पढ़ें- किसान आंदोलन को लेकर सुरजेवाला का दुष्यंत पर हमला, कही ये बात
[caption id="attachment_453418" align="aligncenter" width="700"] किसान आंदोलन में हरियाणा की भागीदारी बढ़ाने के लिए गांव-गांव पंचायत[/caption] अब समैण गांव में पंचायत करके फैसला लिया गया है कि हरियाणा के किसान भी पंजाब के किसानों के साथ खड़े होकर आंदोलन में अपनी भागीदारी करेंगे। गांव में पंचायत करके यह सुनिश्चित किया गया है कि दिल्ली में जारी किसान आंदोलन में समझदार लोग भेजे जाएंगे ताकि किसी भी तरह से कोई शरारती तत्व आंदोलन को किसी लालच में खराब ना कर पाए, किसान यूनियन को बदनाम ना कर पाए। किसान आंदोलन में हरियाणा की भागीदारी बढ़ाने के लिए गांव-गांव पंचायतकिसान बलवंत सिंह ने कहा कि आज से ही गांव समैण से किसान दिल्ली कूच करना शुरू कर रहे हैं और गांव से करीब 25 ट्रालियां किसानों की जाएंगी। वहीं आसपास के गांवों में भी पंचायतें करके ग्रामीण दिल्ली के लिए कूच कर रहे हैं और बड़ी संख्या में हरियाणा के किसान भी आंदोलन का हिस्सा बनेंगे।