हरियाणा में अस्पतालों की निगरानी के लिए नियुक्त होंगे नोडल अधिकारी, टीकाकरण ना होने पर बच्चों की स्कूल में नो एंट्री: विज
चंडीगढ़: हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले के लिए दो नोडल अधिकारियों को नियुक्त किया जाएगा जिसमें से एक अधिकारी हर जिले के सरकारी अस्पताल की व्यवस्थाओं की निगरानी करेगा और उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।
इसी प्रकार, दूसरा नोडल अधिकारी संबंधित जिले के निजी अस्पतालों की निगरानी करेगा और वहां पर मौजूद व्यवस्थाओं की जानकारी राज्य सरकार को उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि हरियाणा में टेलीमेडिसिन को प्रभावशाली बनाया जाएगा और इसके लिए 1075 पर स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को ड्यूटी पर लगाया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए विज ने वर्तमान में कोरोना संक्रमण के हालातों पर भी चर्चा व विचार विमर्श किया। इस दौरान विज ने कहा कि जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए एचएमसीएल को 1500 किट का ऑर्डर दे दिया गया है और यह 1500 किट तीन चरण में राज्य सरकार को मुहैया करवाई जाएंगी। बैठक के दौरान बताया गया कि जिनोम सीक्वेंसिंग की एक किट से 96 सैंपल किए जा सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर और उपकरण के अलावा अन्य सुविधाओं के लिए जल्द ही राज्य में एक सर्वे/मैपिंग करवाई जाएगी कि किस किस क्षेत्र में कहां-कहां किन-किन इंफ्रास्ट्रक्चर और मेडिकल उपकरणों के साथ-साथ सेवाओं की आवश्यकता है। उसी हिसाब से आने वाले समय में इंफ्रास्ट्रक्चर, मेडिकल उपकरण के साथ-साथ मैनपावर को उपलब्ध उन क्षेत्रों में करवाया जाएगा।
मुख्यालय स्तर पर तैयार होगी होम आइसोलेशन किट
इसके अलावा, विज ने कहा कि होम आइसोलेशन की किट को मुख्यालय स्तर पर तैयार किया जाएगा और इन किट को जल्द ही जिलों में भिजवाया जाएगा, ताकि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को यह किट समयबद्ध निर्धारित तरीके से उपलब्ध करवाई जा सके। वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग के पास अभी संबंधित सभी पर्याप्त दवाइयां व इंफ्रास्ट्रक्चर है।
जल्द से जल्द बच्चों का करवाए कोविड टिकाकरण- विज
स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक के दौरान 15 से 18 साल के बीच के बच्चों के सभी अभिभावकों और बच्चों से आग्रह करते हुए कहा कि वह जल्द से जल्द अपनी कोविड डोज़ लगवाए अन्यथा जब स्कूल खुलेंगे तो डोज़ ना लगवाने वाले बच्चे को स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसलिए वह ऐसे सभी अभिभावकों और बच्चों से अनुरोध करते हैं कि वह जल्द से जल्द अपनी कोविड की वैक्सीन लगवा लें ताकि भविष्य में उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत का सामना ना करना पड़े।
विज ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की प्रतिदिन निगरानी की जानी चाहिए और उन्हें टेलीमेडिसिन के माध्यम से जानकारी मुहैया करवाई जानी चाहिए।
बैठक में बताया गया कि ईसंजीवनी ओपीडी ऐप के माध्यम से आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को सलाह व परामर्श बातचीत के माध्यम से दी जाती है। ईसंजीवनी ओपीडी राष्ट्रीय टेली के तहत एक ऑनलाइन स्टे होम ओपीडी है और भारत सरकार की परामर्श सेवाएं हरियाणा में शुरू की गई हैं। कोई भी व्यक्ति वीडियो कॉल/लाइव चैट के माध्यम से लैपटॉप/डेस्कटॉप या सक्रिय इंटरनेट के साथ एंड्रॉइड आधारित स्मार्ट फोन का उपयोग करके डॉक्टर से परामर्श कर सकता है।