Wed, Jan 29, 2025
Whatsapp

शिमला गुड़िया रेप-मर्डर केस में हिमाचल के पूर्व IG समेत 8 पुलिस कर्मियों को उम्रकैद

शिमला गुड़िया रेप-मर्डर केस में हिमाचल के पूर्व IG समेत 8 पुलिस कर्मियों को उम्रकैद

Reported by:  Atul Verma  Edited by:  Atul Verma -- January 27th 2025 08:10 PM -- Updated: January 27th 2025 08:12 PM
शिमला गुड़िया रेप-मर्डर केस में हिमाचल के पूर्व IG समेत 8 पुलिस कर्मियों को उम्रकैद

शिमला गुड़िया रेप-मर्डर केस में हिमाचल के पूर्व IG समेत 8 पुलिस कर्मियों को उम्रकैद

हिमाचल के शिमला जिले के कोटखाई में हुए बहुचर्चित गुड़िया दुष्कर्म और हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपी सूरज की लॉकअप में हत्या के मामले में चंडीगढ़ की सीबीआई कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है. कोर्ट ने मामले में दोषी पूर्व आईजी जहूर हैदर जैदी समेत 8 पुलिस अफसरों और कर्मचारियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है. साथ ही सभी दोषियों पर कोर्ट ने 1-1 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. इससे पहले सीबीआई कोर्ट ने सोमवार सुबह दोषियों से उनकी आखिरी अपील सुनी. हिमाचल के इतिहास में ये पहली बार है जब किसी मामले की जांच कर रही एसआईटी को ही उम्रकैद की सजा सुनाई गई हो।


आखिर क्या था ये पूरा मामला?

बता दें कि बीती 4 जुलाई 2017 को जब छात्रा स्कूल से वापस लौट रही थी, तभी उसका अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया और उसके बाद उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. 7 जुलाई 2017 को गुड़िया का शव कोटखाई के जंगल से बरामद हुआ था. मामले की जांच के 2 दिन बाद स्थानीय पुलिस से ये मामला हिमाचल पुलिस की स्टेट एसआईटी को सौंपी गई. उस समय शिमला के आईजी जहूर जहूर हैदर जैदी की अगुवाई में एसआईटी गठित की गई थी. इस मामले में एसआईटी ने राजू और सूरज नाम के 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. लेकिन सूरज की पुलिस कस्टडी में ही मौत हो गई थी

मौत का ये मामला जांच के लिए बाद में हिमाचल पुलिस ने सीबीआई को सौंप दिया था और सीबीआई ने इस मामले में दुष्कर्म-हत्याकांड की जांच करने वाली एसआईटी के सभी सदस्यों के खिलाफ हत्या की धारा 302 समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया था. इस मामले में आईपीएस जहूर हैदर जैदी के अलावा तत्कालीन डीएसपी समेत 8 पुलिस कर्मियों को नामजद किया गया. सीबीआई जांच में खुलासा हुआ कि सूरज की मौत पुलिस प्रताड़ना के कारण हुई थी।

18 जनवरी को आरोपियों को दिया गया था दोषी करार

शिमला के कोटखाई में 8 साल पहले साल 2017 में 16 साल की छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी. इस मामले में एसपी डीडब्ल्यू नेगी को पहले ही बरी कर दिया गया. कोर्ट ने 18 जनवरी 2025 को इस मामले में हिमाचल प्रदेश के आईजी जहूर हैदर जैदी समेत 8 पुलिसकर्मियों थियोग के डीएसपी, कोटखाई के पूर्व एसएचओ, एएसआई, हेड कॉन्स्टेबल समेत कॉन्स्टेबल रंजीत सिंह को दोषी करार दिया था।
गुड़िया रेप-मर्डर केस की पूरी टाइमलाइन 
18 जुलाई 2017- कोटखाई पुलिस स्टेशन में पूछताछ के दौरान आधी रात को सूरज की मौत हो गई थी
22 जुलाई 2017- सीबीआई ने गुड़िया गैंगरेप और सूरज की मौत के मामले में सीबीईआई ने केस दर्ज किया
29 अगस्त 2017- सीबीआई ने आईजी जैदी, डीएसपी जोशी और आठ पुलिसकर्मियों को सूरज की मौत मामले में गिरफ्तार किया
16 नवंबर 2017- सीबीआई ने सूरज की मौत मामले में एसपी नेगी को गिरफ्तार किया
28 मार्च 2018- हाईकोर्ट ने सुस्त जांच के लिए फटकार लगाई और सीबीआई डायरेक्टर को तलब किया
13 अप्रैल 2018- सीबीआई ने गुड़िया केस में आरोपी को गिरफ्तार किया, अगले दिन उसे कोर्ट में पेश किया गया और रिमांड पर दिल्ली लाया गया
22 अप्रैल 2018- सीबीआई आरोपी के साथ दिल्ली से शिमला पहुंची और 23 अप्रैल को उसे घटनास्थल की पहचान के लिए टांडी जंगल लेकर गई
18 जून 2021- गुड़िया के रेप के आरोप में नीलू को उम्रकैद की सजा सुनाई गई
18 जनवरी 2025- सीबीआई की जांच के आधार पर पूर्व आईजी समेत 8 पुलिसकर्मियों को दोषी करार दिया


- PTC NEWS

Top News view more...

Latest News view more...

PTC NETWORK