बोर्ड परीक्षाओं में इस बार स्थानीय स्टाफ नहीं दे सकेगा ड्यूटी
भिवानी। (किशन सिंह) हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड इस बार नकल रोकने को लेकर विगत वर्षों की तुलना में ज्यादा सख्त दिखाई दे रहा है। इस बार विगत की तरह स्थानीय स्टाफ शहर के स्कूलों में ड्यूटी नहीं दे सकेगा बल्कि शहर व गांव के तमाम स्कूलों में दूसरे स्कूलों के अध्यापकों को ड्यूटी पर लगाया जाएगा। इसके अलावा प्रतिरूपण के मामलों में भी इस बार सख्ती की गई है तथा ना केवल दूसरे की जगह परीक्षा देते मिलने पर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी बल्कि दो की बजाय 3 साल तक परीक्षा से महरूम रखा जाएगा। बता दें कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं 20 अप्रैल से शुरू होने वाली हैं। [caption id="attachment_486637" align="aligncenter" width="700"] बोर्ड परीक्षाओं में इस बार स्थानीय स्टाफ नहीं दे सकेगा ड्यूटी[/caption] बोर्ड अध्यक्ष डॉ जगबीर सिंह व सचिव राजीव प्रसाद की माने तो इस बार पहले से ज्यादा सख्त नियम बनाए जा रहे हैं। बोर्ड की परीक्षा में दूसरे की जगह परीक्षा देते मिलने पर निश्चित तौर पर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी तथा दोषी को जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है तो वहीं नकल करने में संलिप्त पाए जाने पर इस बार से दो की बजाय 3 साल तक विद्यार्थी को परीक्षा से बाहर किया जा सकेगा। यह भी पढ़ें- कोरोना वायरस वैक्सीन लगाने वालों की लगेगी लॉटरी, मिलेंगे ढेरों इनाम यह भी पढ़ें- कर्मचारियों के लिए मुख्यमंत्री ने खोला घोषणाओं का पिटारा बोर्ड द्वारा नकल रोकने को लेकर तमाम प्रबंध पूरे किए जा रहे हैं। इस बार विद्यार्थियों के एडमिट कार्ड पर भी नकल रोकने से संबंधित स्लोगन अंकित होंगे। ये स्लोगन खुद विद्यार्थियों के द्वारा ही बनाए गए हैं। बोर्ड द्वारा निबंध व स्लोगन प्रतियोगिता आयोजित करवाई गई थी। प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय व तृतीय आने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किए जाने के अलावा प्रथम स्लोगन को विद्यार्थियों के एडमिट कार्ड पर भी अंकित किया जाएगा। [caption id="attachment_486639" align="aligncenter" width="700"] बोर्ड परीक्षाओं में इस बार स्थानीय स्टाफ नहीं दे सकेगा ड्यूटी[/caption] बोर्ड अधिकारियों ने साफ तौर पर कहा है कि परीक्षा में कोताही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अध्यक्ष के मुताबिक जो अध्यापक परीक्षा ड्यूटी में कोताही बरतेंगे, सरकारी स्कूलों के ऐसे अध्यापकों को ट्रांसफर ड्राइव में नेगेटिव मार्किंग दी जाएगी तो निजी स्कूलों के अध्यापकों पर जुर्माना भी किया जाएगा।