हिमाचल विधानसभा गेट पर लगाए गए खालिस्तानी झंडे, पूरे प्रदेश में मचा हड़कंप
धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में विधानसभा के मेन गेट पर खालिस्तान के समर्थन में झंडे और पोस्टर लगाए गए। इसके बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया। सबसे पहले इन झंडों और पोस्टर को धर्मशाला के स्थानीय लोगों ने देखा और इस बात की जानकारी पुलिस और प्रशासन को दी।
प्रशासन ने फौरन झंडे और पोस्टर के साथ साथ दीवार पर खालिस्तान के समर्थन में लिखे गए नारों को भी हटवा दिया। कांगड़ा के एसपी कुशल शर्मा ने कहा कि देर रात या सुबह इस घटना को अंजाम दिया गया है। पुलिस ने फौरन विधानसभा गेट से खालिस्तानी झंडे हटवा दिए हैं। यह बाहर से आए किसी पर्यटक की हरकत हो सकती है। मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। हालांकि पुख्ता तौर पर अभी तक ये जानकारी नहीं है कि ये हरकत किसने की है।
घटना के बाद सोशल मीडिया पर धर्मशाला स्थित तपोवन विधानसभा का एक वीडियो भी वायरल हो गया। 12 सेकेंड के इस वीडियो में दीवारों पर खालिस्तान लिखा गया है। गेट और दीवारों पर खालिस्तानी झंडे फहराए गए हैं।
बता दें कि कुछ दिन पहले सिख फॉर जस्टिस के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू ने हिमाचल के सीएम को खत लिखते हुए हिमाचल के जिला मुख्यालयों में खालिस्तानी झंडे लगाने की धमकी दी थी। पन्नू ने खत में धमकी देते हुए कहा था कि वह शिमला में जरनैल सिंह भिंडरावाले और खालिस्तान का झंडा फहराएगा। धर्मशाला में झंडे फहराने के बाद पूरा प्रदेश अलर्ट हो गया है।
वहीं, सीएम जयराम ने इस घटना के बारे कहा कि धर्मशाला परिसर के गेट पर रात के अंधेरे में खालिस्तान के झंडे लगाने वाली कायरतापूर्ण घटना की मैं निंदा करता हूं। इस विधानसभा में केवल शीतकालीन सत्र होता है। यहां अधिक सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता उसी दौरान रहती है। इसी का फायदा उठाकर इस कायरतापूर्ण घटना को अंजाम दिया गया है, लेकिन हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस घटना की फौरन जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। मैं उन लोगों को कहना चाहूंगा की रात के अंधेरे में नहीं दिन के उजाले में सामने आए।