कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय महिला हॉकी टीम ने जीता ब्रॉन्ज, न्यूजीलैंड को शूटआउट में हराया
कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय महिला हॉकी टीम ने रोमांचक मुकाबले में न्यूजीलैंड को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता। मैच का निर्णय शूटआउट में हुआ। भारतीय टीम मैच के अंतिम मिनटों में 1-0 से आगे चल रही थी, लेकिन आखिरी 30 सेकेंड से भी कम समय में मिले पेनल्टी कॉर्नर को ओलीविया मेरी ने गोल में बदलकर न्यूजीलैंड को बराबरी दिला दी। इस तरह दोनों टीमें निर्धारित समय में 1-1 की बराबरी पर रही।
पेनल्टी शूटआउट में न्यूजीलैंड महिला टीम को 2-1 से हराकर भारत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। भारत की कप्तान और गोलकीपर सविता पुनिया ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए चार में से तीन गोल बचाए और कॉमनवेल्थ गेम्स की डिफेंडिंग चैम्पियन को 2-1 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया।
इससे पहले सेमीफाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया का हाथों हार मिली थी। ये मैच विवादों में भी रहा था। भारत को जानबूझकर हराने के आरोप लगे थे। दरअसल दोनों के बीच मुकाबला ड्रॉ पर खत्म हुआ था। इस कारण मैच को पेनल्टी शूटआउट में पहुंचा।
ऑस्ट्रेलिया के पहले पेनल्टी शूटआउट में गोलकीपर सविता पूनिया ने फुर्ती दिखाते हुए गोल बचा लिया, लेकिन रेफरी ने बताया कि टाइमर शुरू नहीं था। यही वजह रही कि ऑस्ट्रेलिया को ये पेनल्टी फिर से मिल गई और इसे विपक्षी टीम ने गोल में बदल दिया।
सेमिफाइनल में मिली हार के गम को भुलाते हुए भारत मैदान में उतरा था। भारतीय टीम ने आशा के मुताबिक प्रदर्शन किया। पिछले मैच में मिली हार को भुलाते हुए भारत ने पूरे मैच के दौरान बेहतर प्रदर्शन किया। सलीमा टेटे के गोल की बदौलत भारत मैच के अधिकतर समय में 1-0 से आगे रहा। मैच में पिछड़ने के कारण न्यूजीलैंड की टीम दवाब में नजर आई।