स्वदेशी रूप से विकसित एंटी रेडिएशन मिसाइल (रुद्रम) का सफल परीक्षण
नई दिल्ली। नई पीढ़ी के एंटी रेडिएशन मिसाइल रुद्रम (Rudram Anti-Radiation Missile) का ओडिशा के तट से दूर व्हीलर द्वीप पर रेडिएशन परीक्षण किया गया। इसका परीक्षण सुखोई-30 एमकेआई फाइटर एयरक्राफ्ट से किया गया है। [caption id="attachment_438676" align="aligncenter" width="700"] स्वदेशी रूप से विकसित एंटी रेडिएशन मिसाइल (रुद्रम) का सफल परीक्षण[/caption] रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के लिए देश का पहला स्वदेशी एंडी रेडिएशन मिसाइल रुद्रम विकसित की है। इस मिसाइल को लॉन्च प्लेटफॉर्म के रूप में सुखोई एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में एकीकृत किया गया है, इसमें लॉन्च स्थितियों के आधार पर अलग-अलग रेंज की क्षमता है। यह भी पढ़ें: राजस्थान में खौफनाक वारदात, पुजारी को जिंदा जलाया [caption id="attachment_438675" align="aligncenter" width="700"] स्वदेशी रूप से विकसित एंटी रेडिएशन मिसाइल (रुद्रम) का सफल परीक्षण[/caption] इसमें अंतिम हमले के लिए पैसिव होमिंग हेड के साथ आईएनएस-जीपीएस नेविगेशन है। 'रुद्रम' ने रेडिएशन लक्ष्य को पिनपॉइंट सटीकता से मारा। यह भी पढ़ें: गोहाना में गरजे भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष, बोले- झूठ के सहारे चल रही कांग्रेस की राजनीति [caption id="attachment_438677" align="aligncenter" width="700"] स्वदेशी रूप से विकसित एंटी रेडिएशन मिसाइल (रुद्रम) का सफल परीक्षण[/caption] पैसिव होमिंग हेड एक विस्तृत बैंड पर लक्ष्य का पता लगाने, वर्गीकृत करने और लक्ष्य को इंगेज करने (उलझाने) में सक्षम है। मिसाइल बड़े स्टैंड ऑफ रेंज से प्रभावी तरीके से दुश्मन के वायु रक्षा को रोकने के लिए आईएएफ का एक शक्तिशाली हथियार है। इसके साथ ही, देश ने दुश्मन रडार, संचार साइटों और अन्य आरएफ उत्सर्जक लक्ष्यों को बेअसर करने के लिए लंबी दूरी की हवा में लॉन्च की गई एंटी-रेडिएशन मिसाइल विकसित करने के लिए स्वदेशी क्षमता स्थापित कर ली है।