किसी ने राजनैतिक पार्टी के नेता के बहिष्कार की घोषणा की तो सदन करेगा निंदा
चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बजट सत्र के दौरान एक पंक्ति का प्रस्ताव पेश किया कि समाज का कोई भी वर्ग या संगठन किसी राजनैतिक पार्टी के नेता के बहिष्कार की घोषणा करता है तो यह सदन उसकी निंदा करता है। मुख्यमंत्री ने यह भी प्रस्ताव रखा कि यदि आवश्यक हो तो सदन में प्रस्ताव पर वोटिंग करवाई जाए।
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किसी ने राजनैतिक पार्टी के नेता के बहिष्कार की घोषणा की तो सदन करेगा निंदा[/caption]
सदन में यह प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित हुआ और भाजपा व निर्दलीय विधायकों ने मेज थपथपाकर प्रस्ताव का समर्थन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए जितनी जिम्मेदारी सत्ता पक्ष की होती है उतनी ही जिम्मेदारी विपक्ष की भी होती है।
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किसी ने राजनैतिक पार्टी के नेता के बहिष्कार की घोषणा की तो सदन करेगा निंदा[/caption]
विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी का कोई भी विधायक किसी संगठन या वर्ग को राजनेताओं का बहिष्कार करने के लिए उकसा नहीं रहा है और न ही उकसाने के लिए कहेगा।
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किसी ने राजनैतिक पार्टी के नेता के बहिष्कार की घोषणा की तो सदन करेगा निंदा[/caption]
हालांकि वोटिंग के समय कांग्रेस पार्टी के विधायकों ने वॉकआउट किया। गौरतलब है कि यह प्रस्ताव ऐसे समय में पास हुआ है जब जेजेपी और बीजेपी नेताओं का किसान लगातार विरोध कर रहे हैं। ऐसे में देखना होगा कि इस प्रस्ताव का क्या असर दिखाई देता है।