बे-कब्रिस्तान गांव गुडाना के परेशान मुस्लिम परिवारों का छलका दर्द, लिया फैसला- अब अधिकारियों के दरवाज़े पर रख देंगे परिजनों के शव !
चरखी दादरी: ज़िले के गांव गुडाना में कोई कब्रिस्तान नहीं है। यहां शव दफनाने के लिए जमीन नहीं होने के कारण मृतक के परिजनों को घर के परिसर में ही शव दफनाने पड़ते हैं और ये सिलसिला कई सालों से जारी है. कब्रिस्तान की जमीन नहीं होने की शिकायत लेकर ग्रामीण अधिकारियों से लेकर मंत्री तक मिल चुके हैं, लेकिन सिवाए आश्वासन के कुछ नहीं मिलता। अब मुस्लिम समाज के लोगों ने परिवार में किसी का निधन होने पर अधिकारियों के द्वार पर शव रखकर प्रदर्शन करने का फैसला लिया है।
दरअसल गांव में चकबंदी प्रक्रिया नहीं होने के कारण ग्राम पंचायत जमीन उपलब्ध नहीं करवा सकती। ऐसे में ग्रामीण भी उधार के श्मशान घाट में शवों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं। अधिकारियों से बात की जाए तो वे जमीन का मामला कोर्ट में होने की बात कहकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने की कोशिश करते दिखते हैं।
आपको बता दें कि झोझूकलां ब्लॉक के गांव गुडाना में मुस्लिम समाज के करीब 50 परिवार रहते हैं। इस समुदाय का अपना कोई कब्रिस्तान नहीं होने के कारण बस्ती में उनके घर परिसर में ही शवों का दफनाया जाता है। बस्ती में कब्रों के बीच रहना इन लोगों के लिए आम बात हो गई है। लोगों का कहना है कि पंचायत के पास कब्रिस्तान के लिए जगह नहीं है और श्मशान घाट भी दूसरे गांव की जमीन पर है। ऐसे में वे अपने घर परिसर में ही शवों को दफनाने पर मजबूर हैं। ऐसे में जहां उनको घर में खाना खाते समय भी डर लगता है।
अब इस समुदाय के लोगों ने रोष प्रदर्शन करते हुए चेतावनी दी है कि इस बार किसी का निधन होने पर शव को लेकर अधिकारियों के द्वार पहुंचकर धरना-प्रदर्शन करेंगे। स्थानीय लोगों के मुताबिक घर के प्लॉट में अब तक दर्जन भर शवाें को दफनाया जा चुका है। बार-बार कब्रिस्तान की मांग करने पर कोई समाधान नहीं हुआ।
चकबंदी नहीं होने के कारण है समस्या
गांव गुडाना के सरपंच रविंद्र कुमार ने बताया कि गांव में जमीन की चकबंदी नहीं होने के कारण कब्रिस्तान व श्मशान घाट की जमीन नहीं है। मामला हाईकोर्ट में होने के चलते पंचायत की जमीन कब्रिस्तान व श्मशान घाट के लिए निर्धारित नहीं हो पा रही है। मुस्लिम समाज के अलावा ग्रामीण भी मजबूर हैं। जल्द ही कब्रिस्तान व श्मशान घाट की जमीन को लेकर अधिकारियों से मिलकर मांग उठाई जाएगी।
जमीन मामला हाईकोर्ट में लंबित, कोर्ट का फैसला आने पर होगा समाधान
खंड विकास अधिकारी स्वाति अग्रवाल ने कैमरे के सामने आने से मना करते हुए बताया कि गांव गुडाना में कब्रिस्तान नहीं होने बारे शिकायत मिली थी। तहसीलदार व राजस्व विभाग की रिपोर्ट अनुसार गांव की जमीन का चकबंदी मामला हाईकोर्ट में लंबित है। कोर्ट का फैसला आने पर ही स्थाई समाधान होगा।
- With inputs from our correspondent