आमरण अनशन पर बैठे डल्लेवाल की तबीयत पर सुप्रीम कोर्ट चिंतित, केंद्र और पंजाब को दी हिदायत- जिंदगी, आंदोलन से ज्यादा ज़रूरी
ब्यूरो: सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा और पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर भूख हड़ताल पर बैठे किसान नेता जगजीत दलेवाल को लेकर सख्त आदेश जारी किए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और साथ में केंद्र सरकार को भी हिदायत दी है कि डल्लेवाल को तुरंत डाक्टरी सहायता प्रदान की जाए और उन्हें भोजन के लिए मजबूर ना किया जाए। कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल का जीवन आंदोलन से कहीं ज्यादा जरूरी है.
कोर्ट ने यह भी कहा कि किसान शांति बनाए रखें और डल्लेवाल पर किसी तरह का बल प्रयोग ना किया जाए। आपको बता दें कि शंभू बॉर्डर खुलवाने को लेकर चल रहे केस की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश दिए हैं. सुप्रीम कोर्ट की गठित कमेटी ने भी इस दौरान अपनी अंतरिम रिपोर्ट सौंपी है, अब इस मामले की अगली सुनवाई 17 दिसंबर को होगी।
आपको बता दें कि डल्लेवाल का आमरण अनशन तुड़वाने के लिए पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में भी याचिका दायर की गई है. एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने याचिका में कहा है कि उनकी हालत नाजुक है, इस पर आज सुनवाई हो सकती है. दूसरी तरफ अंबाला के डीसी ने संगरूर के डीसी को भी पत्र लिखकर डल्लेवाल के आमरण अनशन से अंबाला में कानून व्यवस्था बिगड़ने पर चिंता जताई है और डल्लेवाल को तमाम चिकित्सकीय सुविधा देने का अनुरोध किया है।
आपको बता दें कि डल्लेवाल के आमरण अनशन का आज यानी शुक्रवार को 18वां दिन है और उनकी तबीयत लगातार नासाज़ दिख रही है, डल्लेवाल कैंसर के मरीज हैं. हालांकि गुरुवार को अमेरिका से आए कैंसर स्पेशलिस्ट और सरकारी डॉक्टरों की टीम ने उनकी जांच की जिसके बाद यह कहा गया कि उनकी हालत गंभीर बनी हुई है, वजन करीब 12 किलो गिर चुका है, किडनी डैमेज होने का भी खतरा है. दिल का दौरा पड़ने की आशंका दिखाई दे रही है. उनका ब्लड प्रेशर और शुगर भी लगातार काम हो रहा है
- With inputs from agencies