Thu, May 8, 2025
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SYL Haryana-Himachal : सतलुज का पानी अब पंजाब के बजाय हिमाचल से लेगा हरियाणा

हरियाणा सरकार दक्षिण हरियाणा की प्यास बुझाने के लिए जलापूर्ति के नए विकल्पों पर गंभीरता से विचार कर रही है।

Reported by:  PTC News Desk  Edited by:  Rahul Rana -- May 02nd 2023 11:50 AM -- Updated: May 02nd 2023 11:51 AM
SYL Haryana-Himachal : सतलुज का पानी अब पंजाब के बजाय हिमाचल से लेगा हरियाणा

SYL Haryana-Himachal : सतलुज का पानी अब पंजाब के बजाय हिमाचल से लेगा हरियाणा

ब्यूरो : दक्षिण हरियाणा की प्यास बुझाने के लिए हरियाणा सरकार जलापूर्ति के नए विकल्पों पर गंभीरता से विचार कर रही है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने समक्ष हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह को सतलुज का पानी हिमाचल प्रदेश के रास्ते वैकल्पिक मार्ग से हरियाणा ले जाने की पेशकश की है।

हिमाचल को ऑफर कब दिया गया? 


हरियाणा के मुख्यमंत्री ने यह प्रस्ताव 22 अप्रैल को चंडीगढ़ के हरियाणा निवास में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक के दौरान सुखविंदर सिंह सुक्खू के समक्ष रखा। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी इस पर अपनी सैद्धांतिक सहमति दे दी है। पानी कैसे आएगा, रूट क्या होगा और हरियाणा-हिमाचल प्रदेश कितना पानी पाना चाहता है, इस पर जल्द ही दोनों राज्यों के सिंचाई एवं जल शक्ति विभाग के सचिव स्तर पर चर्चा होगी। 

हरियाणा चुनाव में बड़ा मुद्दा

दक्षिण हरियाणा के महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, भिवानी जिलों में सिंचाई के लिए पानी की कमी है। पानी की कमी के कारण हर साल हजारों एकड़ भूमि में रोपनी नहीं हो पाती है। हर चुनाव में हरियाणा के लिए यह एक बड़ा मुद्दा होता है। 2024 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव हैं, ऐसे में राज्य सरकार दक्षिण हरियाणा में पानी लाने के लिए यह नई पहल कर सकती है।

4200 करोड़ की अनुमानित लागत

पंजाब के रास्ते हरियाणा में पानी पहुंचाने की दूरी 157 किलोमीटर है और पंजाब सरकार ने इसके लिए अधिग्रहित जमीन भी किसानों को लौटा दी है। जानकारों का कहना है कि पंजाब के बजाय हिमाचल के 67 किमी रास्ते से सतलुज नदी का पानी लाया जा सकता है। इस पर करीब 4200 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सतलुज से नालागढ़, बद्दी, पिंजौर, टांगरी होते हुए जनसुई हेड तक पानी लाकर पूरे हरियाणा में पानी पहुंचाया जा सकता है।

एसवाईएल हिमाचल मार्ग कमेटी का सुझाव

एसवाईएल हिमाचल मार्ग कमेटी ने भी हरियाणा सरकार को हिमाचल के रास्ते पानी लाने का सुझाव दिया है। इस कमेटी से पूर्व इंजीनियर जुड़े हुए हैं और पिछले दस साल से इसके लिए काम कर रहे हैं। कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट जितेंद्र नाथ ने पंजाब के बजाय हिमाचल के रास्ते पानी लाने का रास्ता सुझाया है। हरियाणा में 72 ब्लॉक डार्क जोन में चले गए हैं और अगर ऐसे ही हालात रहे तो 2039 तक राज्य का जलस्तर और नीचे चला जाएगा। जिससे समस्याएं बढ़ना तय है।


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