यूपी के मदरसों में 8वीं कक्षा तक के छात्रों को नहीं मिलेगी स्कॉलरशिप, केंद्र सरकार ने लगाई रोक
दिल्ली/जयकृष्णा: उत्तर प्रदेश के मदरसों में कक्षा एक से आठ तक में पढ़ने वाले छात्रों को शैक्षिक सत्र 2022-23 से छात्रवृत्ति नहीं दी जाएगी। केंद्र सरकार की ओर से इस बारे में निर्देश जारी कर दिये गए हैं। पिछले वर्ष मदरसों में पढ़ने वाले आठवीं कक्षा तक के लगभग छह लाख छात्रों को छात्रवृत्ति मिली थी।
कक्षा एक से पांच तक के विद्यार्थियों को एक वर्ष में एक हजार रुपये दिए जाते हैं, जबकि छठवीं से आठवीं तक के लिए छात्रवृत्ति की राशि अलग-अलग है। केंद्र सरकार ने कहा है कि निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत पहली से लेकर आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई मुफ्त कर दी गई है। इसलिए आठवीं कक्षा तक के बच्चों को छात्रवृत्ति देने का औचित्य नहीं है। अब प्री-मैट्रिक स्कालरशिप सिर्फ कक्षा नौ और 10 के पात्र विद्यार्थियों को मिलेगी।
जानकारी के मुताबिक पिछले साल राज्य के 16, 558 मदरसों में 4 से 5 लाख बच्चों को स्कॉलरशिप मिली थी। इस बार भी नवंबर में मदरसों के बच्चों ने छात्रवृत्ति के लिए आवेदन दिया था, लेकिन अब केंद्र सरकार ने स्कॉलरशिप बंद करने का निर्णय लिया है। वहीं, राज्य सरकार पहले ही छात्रवृत्ति बंद कर चुकी है।
योगी सरकार ने हाल ही में मदरसों की आय का स्त्रोत पता लगाने के लिए सर्वे कराया था। इस सर्वे में 8496 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त पाए गए थे। सर्व में इन मदरसों के आय का स्रोत जकात (दान में मिला पैसा) बताया गया था। ऐसे में अब उत्तर प्रदेश की सरकार मदरसों की फंडिंग को लेकर जांच करवाएगी। मदरसों की सर्वे को लेकर कई मुस्लिम संस्थाओं ने इसका विरोध भी किया है।
- PTC NEWS