चरखी दादरी: रामचंद्र जांगड़ा के विवादित बयान पर फौगाट खाप के प्रधान ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. फौगाट खाप ने कहा है कि हरियाणा में नशा किसानों की वजह से नहीं बढ़ रहा, बल्कि किसान तो हर युवा और आमजन को नशे से दूर रहने के लिए बार-बार प्रेरित करते हैं। दरअसल फौगाट खाप ने राम चंद्र जांगड़ा के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है जिसमें उन्होंने कहा है कि 2021 में टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर हुए किसान आंदोलन की वजह से हरियाणा में नशा पहुंचा साथ ही उस समय बॉर्डर के पास के गांवों से 700 लड़कियां गायब हुई थीं. फौगाट खाप ने कहा कि किसान और खाप पंचायतें महिलाओं और लड़कियों की इज्जत करना जानती है। लड़कियों पर अत्याचार तो बीजेपी सरकार में हुआ है।
फौगाट खाप के प्रधान सुरेश फौगाट ने कहा कि इंटरनेशनल खिलाड़ियों को किस तरह दिल्ली में घसीटा गया था और उनके साथ किस तरह का व्यवहार किया गया था, वो दिन भी हमं याद है। ऐसे नेताओं को इतने ऊंचे पद पर रहते हुए इस तरह की अमर्यादित भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। सुरेश फौगाट ने मांग की कि रामचंद्र जांगड़ा को जनता के बीच जाकर माफी मांगनी चाहिए, यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो जनता उनका घर बैठने का काम करेगी और इसका अंजाम बहुत बुरा होगा।
आमरण अनशन पर बैठे पंढेर की हालत को नाजुक बताते हुए सुरेश फौगाट ने कहा कि उन्होंने पीएम के नाम एक चिट्ठी लिखी है और कहा है कि यह उनकी पहली और आखिरी चिट्ठी है। सुरेश फौगाट ने कहा कि समय रहते यदि किसानों की मांगे पूरी नहीं की गई तो भारतवर्ष में एक बड़ा आंदोलन होने की उम्मीद है।