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सदन में महिलाओं को 2100 देने का मुद्दा उठा, अनिल विज को जान के खतरे के मुद्दे पर अशोक अरोड़ा ने मांगा जवाब

सदन के पहले दिन की कार्यवाही के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा जारी है, इस बीच विपक्ष की ओर से विभिन्न मुद्दों पर सरकार से जवाब तलब किया जा रहा है.

Reported by:  PTC News Desk  Edited by:  Baishali -- November 13th 2024 03:27 PM
सदन में महिलाओं को 2100 देने का मुद्दा उठा, अनिल विज को जान के खतरे के मुद्दे पर अशोक अरोड़ा ने मांगा जवाब

सदन में महिलाओं को 2100 देने का मुद्दा उठा, अनिल विज को जान के खतरे के मुद्दे पर अशोक अरोड़ा ने मांगा जवाब

ब्यूरो: हरियाणा विधानसभा के सत्र की पहले दिन की कार्यवाही जारी है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विधानसभा में शोक प्रस्ताव रखा. इससे पहले गवर्नर ने अपने संबोधन में ये ऐलान किया कि CET पास अभ्यर्थियों को यदि नौकरी नहीं मिली तो 2 साल तक 9 हजार रुपए प्रति महीना मानदेय सरकार की ओर से दिया जाएगा.



कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा ने अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कहा कि गवर्नर साहब ने आगे की बात तो बता दी, लेकिन जो वादे उन्होंने पहले किए हैं, उनकी क्या स्थिति है, उस पर कोई चर्चा नहीं की गई। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री नायब सैनी से जवाब मांगा। इस पर कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा ने विरोध जताया। ढांडा के विरोध पर पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्‌डा खड़े हुए और मांग की कि सीएम को विधायक की मांग माननी चाहिए।

अशोक अरोड़ा ने कहा कि चुनाव से पहले घोषणा की गई थी कि सूबे की महिलाओं और बहनों को 2100 रुपए मासिक दिए जाएंगे, लेकिन इसमें उसका कोई जिक्र नहीं है। अभिभाषण में ये कहीं नहीं कहा गया है कि वह इस राशि को कैसे और कब से शुरू करेंगे। मुख्यमंत्री को इस मामले में जवाब देना चाहिए। अशोक अरोड़ा ने अनिल विज का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मंत्री अनिल विज ने अपनी जान को खतरा बताया था, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से इस पर कोई जवाब नहीं आया है। 

कार्यवाही के दौरान बीजेपी विधायक मूलचंद शर्मा ने अभिभाषण पर कहा कि हरियाणा में अब पारदर्शिता से नौकरी दी जा रही है। हरियाणा सरकार गरीबों के लिए काम कर रही है। सरकार ने सभी का एक समान विकास किया है। खास तौर पर परिवहन के क्षेत्र में बहुत काम किया है। गरीब व्यक्ति सरकार की तारीफ कर रहा है, यही वजह है कि हरियाणा में बीजेपी ने तीसरी बार सरकार बनाई है।

इससे पहले सदन में बीएसी की मीटिंग में दिए गए प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने 18 नवंबर को सदन का समय बदलने की मांग की। उन्होंने कहा कि 15 से 17 नवंबर तक अवकाश है। ऐसे में सब सदस्य घर जाएंगे। सोमवार को सदन का अंतिम दिन है, उस दिन वापसी होगी, लेकिन दूर दराज रहने के कारण सुबह 11 बजे आने में दिक्कत होती है। जिसके बाद स्पीकर ने सभी सदस्यों की राय से समय में बदलाव को मंजूरी दी।

- PTC NEWS

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