भारी बारिश के बीच पंचकूला फ्लाईओवर का बहा हिस्सा, पहाड़ी क्षेत्र मोरनी भी शहर से कटा
ब्यूरो : पंचकूला में खराब मौसम की स्थिति के कारण एक फ्लाईओवर की संरचनात्मक अखंडता पर विनाशकारी प्रभाव पड़ा। जिससे इसका एक हिस्सा बह गया। भारी बारिश ने बुनियादी ढांचे को प्रभावित किया। जिससे क्षरण और अस्थिरता पैदा हुई। इसके अतिरिक्त, सड़क के किनारे विभिन्न बिंदुओं पर दरारें देखी गईं। जिससे संकेत मिलता है कि अगर तुरंत ध्यान नहीं दिया गया तो और अधिक क्षति होने की संभावना है।
पूरे उत्तर भारतीय क्षेत्र, विशेषकर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा में भारी बारिश ने न केवल नियमित जीवन को बल्कि रेल यात्रियों की यात्रा योजनाओं को भी प्रभावित किया।
#WATCH | Haryana: A portion of a flyover in Panchkula washed away due to heavy rainfall in the city. Cracks were also seen at many places on the road. pic.twitter.com/LXiL3YH93c — ANI (@ANI) July 11, 2023
उत्तर रेलवे के अनुसार, गंभीर जलभराव के कारण रेलवे ट्रैक जलमग्न हो गए, जिसके परिणामस्वरूप सनेहवाल-अंबाला मार्ग पर सेवाएं निलंबित कर दी गईं और ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया।
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने कहा, "उत्तर भारत में खराब मौसम और भारी बारिश के कारण सनेहवाल-अंबाला रेल मार्ग पर ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं और कई ट्रेनों को डायवर्ट किया गया। ट्रेन संख्या 18102, 12266, 14034, 12414, 12446 और 12426 को डायवर्ट किया गया।"
इस बीच, पिछले तीन दिनों के दौरान हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण भूस्खलन, बिजली कटौती, सड़कें बंद हो गईं और पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
लगातार और भीषण बारिश के कारण उफनती नदियों ने प्रकृति के गुस्से को उजागर कर दिया, जिससे पिछले 48 घंटों में राज्य में 20 लोगों की जान चली गई।
पर्यटक पहाड़ी राज्य के कुछ हिस्सों में फंस गए थे, और शुरुआती सरकारी अनुमान के मुताबिक 3000 करोड़ रुपये से 4000 करोड़ रुपये तक ढांचागत क्षति हुई थी।
वहीं दूसरी तरफ पिछले 3 दिनों से लगातार बारिश के चलते कई जगह पेड़ व मलबा गिरा है । बारिश के चलते पेड़ और मलबा गिरने से पंचकूला से मोरनी रोड पर कई जगह पर सड़क बंद हो गई है । प्रशासन द्वारा सड़क पर गिरे मलबे और पेड़ों को हटाने का प्रयास लगातार जारी है ।
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