27 मार्च को बजट पर विपक्ष के सवालों के जवाब देंगे सीएम नायब सैनी, विपक्ष से किया अनुरोध- सदन में ज़रूर बैठें !
ब्यूरो: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा है कि वे आगामी 27 तारीख को सदन के पटल पर बजट पर अपनी रिप्लाई देंगे और विपक्ष द्वारा बजट को लेकर पूछे गए एक-एक प्रश्न का जवाब दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष के सदस्य उस दिन सदन में बैठकर उनका वक्तव्य अवश्य सुने।
सीएम ने कहा कि विपक्ष द्वारा वित्त वर्ष 2025 -26 के लिए पेश किये गए बजट को लेकर सदन को गुमराह करने का प्रयास अशोभनीय है। प्रदेश सरकार द्वारा बकाया ऋण आज भी निर्धारित सीमा के 6.67 प्रतिशत है और यह प्रतिशतता वर्ष 2014-15 में भी 6.67 थी। कांग्रेस द्वारा सदन में नॉन स्टॉप सरकार को फुल स्टॉप कहने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता ने निकाय चुनाव में कांग्रेस के आगे फुल स्टॉप लगा दिया है । उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीन गुना गति से विकास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश व प्रदेश गति से आगे बढ़ा है। प्रदेश में सड़कों का जाल बिछा है, हर जिले में मेडिकल कॉलेज खुले हैं, लड़कियों के लिए 20 किलोमीटर की दूरी पर कॉलेज स्थापित किया गया है, वर्तमान अस्पतालों की क्षमता डबल की गई है। इसके अतिरिक्त, हर घर में नल और स्वच्छ जल का प्रावधान भी किया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय में दो-दो किलोमीटर तक महिलाएं सिर पर पानी लेकर आती थी। डबल इंजन की सरकार ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संकल्प लिया और इससे महिलाओं को निजात दिलाई। आज प्रदेश में हर घर में नल से स्वच्छ जल उपलब्ध करवाया जा रहा है।
सीएम ने कहा कि प्रदेश की सरकार द्वारा 24 घंटे बिजली देने के संकल्प के तहत वर्तमान में लगभग 5600 गांव में 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि श्री नरेंद्र मोदी ने भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है हरियाणा इसमें पीछे नहीं रहेगा। प्रधानमंत्री के संकल्प को कंधे से कंधा मिलाकर पूरा करेगा।
पंजाब में शंभू और खन्नौरी बॉर्डर खुलने के सम्बन्ध में पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के किसान वहां बैठे थे। केंद्र भी किसानों के साथ उनकी मांगों पर निरंतर वार्ता कर रहा है और इसके लिए आगे भी समय दिया है। लोग भी परेशान नहीं होने चाहिए।
- With inputs from agencies