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कैथल में करोड़ों रुपए का बड़ा भूमि घोटाला, जेजेपी ने उठाई उच्च स्तरीय जांच की मांग !

जेजेपी नेता रणदीप कौल ने बताया कि करीब 100 करोड़ रुपए मार्केट कीमत की जमीन को केवल 12.75 करोड़ रुपए में बेच दिया गया, जिससे सरकारी खजाने को लगभग करोड़ों रुपए का नुकसान पहुंचा है

Reported by:  PTC News Desk  Edited by:  Baishali -- March 31st 2025 05:39 PM
कैथल में करोड़ों रुपए का बड़ा भूमि घोटाला, जेजेपी ने उठाई उच्च स्तरीय जांच की मांग !

कैथल में करोड़ों रुपए का बड़ा भूमि घोटाला, जेजेपी ने उठाई उच्च स्तरीय जांच की मांग !

चंडीगढ़:  कैथल में करोड़ों रुपए की जमीन का एक बड़ा घोटाला सामने आया है। सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने के इस मामले को जननायक जनता पार्टी ने गंभीरता से उठाते हुए तुरंत उच्च स्तरीय जांच और जमीन की नीलामी को रद्द करने की मांग की है। दरअसल, कैथल के सनसिटी क्षेत्र में स्थित डीसी कॉलोनी कोऑपरेटिव हाउसिंग बिल्डिंग सोसाइटी की भूमि नीलामी में करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ है। जेजेपी नेता रणदीप कौल ने बताया कि करीब 100 करोड़ रुपए मार्केट कीमत की जमीन को केवल 12.75 करोड़ रुपए में बेच दिया गया, जिससे सरकारी खजाने को लगभग करोड़ों रुपए का नुकसान पहुंचा है। साथ ही कौल ने कहा कि इतने बड़े इस घोटाले को लेकर सत्ता और कई विपक्षी दल चुप्पी साधे क्यूं बैठे है ? रणदीप कौल ने कहा कि समिति के कई सदस्यों को भूमाफियाओं द्वारा धमकाया जा रहा है, जिसकी वजह से वे सामने आने से डर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास समिति के कुछ सदस्यों द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जिन्हें जल्द ही मीडिया के सामने लाया जाएगा।


घोटाले के बारे में पूरी जानकारी देते हुए जेजेपी नेता रणदीप कौल ने बताया कि वर्ष 1991 में 161 सदस्यों द्वारा बनाई गई इस सोसाइटी ने 31 कनाल 19 मरले जमीन 10 लाख रुपए में खरीदी थी और 1.25 लाख रुपए की स्टांप ड्यूटी चुकाई थी। इसके बाद सोसाइटी में विवाद हुआ, जिससे वर्ष 1992 में करनाल मंडल में केस दर्ज हुआ और प्रशासक की नियुक्ति कर दी गई। वर्ष 2003 से 2013 के बीच कई बार नीलामी का प्रयास हुआ, लेकिन नियमों की अनदेखी जारी रही।

रणदीप कौल ने बताया कि 6 मार्च 2025 को नीलामी का शेड्यूल जारी हुआ, लेकिन इसके लिए केवल चंडीगढ़ के एक स्थानीय अखबार में विज्ञापन दिया गया। नियमानुसार बोली के लिए एक महीने का समय मिलना चाहिए था, जो कि नहीं दिया गया। साथ ही, खेवट नंबर और अन्य जरूरी जानकारी भी विज्ञापन में छुपाई गई। उन्होंने बताया कि 19 मार्च को बोली सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक रखी गई थी, लेकिन बोली निर्धारित समय के बाद भी जारी रही। कौल ने बताया कि 16 में से आठ आवेदकों को दबाव में बोली लगाने से रोका गया, जिससे बोली में प्रतिस्पर्धा को खत्म कर दिया गया। दो बजकर 35 मिनट पर मात्र 12.75 करोड़ रुपए में बोली बंद कर दी गई, जबकि जमीन का मार्केट रेट लगभग 100 करोड़ रुपए से ज्यादा आंका गया था।

सोमवार को जेजेपी नेता रणदीप कौल, अन्य जेजेपी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने यह पूरा मामला जिला प्रशासन कैथल के संज्ञान में डाला और जांच की मांग की है। इस अवसर पर जेजेपी जिला प्रभारी अवतार चीका, धूप सिंह माजरा, बलवान कोटड़ा, राजू पाई, कृष्ण बाजीगर आदि मौजूद रहे।

- With inputs from agencies

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