राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर विधानसभा में तीखी बहस, विपक्ष ने उठाया अडानी की कम्पनी के जीएम पर हमले का मामला
हिमाचल प्रदेश के विधानसभा में राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष में तीखी बहस हुई। हाल ही में बिलासपुर में अडानी की कंपनी के जीएम को दिनदहाड़े मारने के प्रयास की घटना पर भाजपा ने सवाल उठाया। भाजपा विधायक त्रिलोक जमवाल ने सवाल उठाया कि इस घटना पर तुरंत कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
त्रिलोक जमवाल ने विधान सभा की कार्यवाही के दौरान कहा कि जब सरकार बनी तो 4 दिन के बाद अडाणी ग्रुप और ट्रक ऑपरेटरों के बीच विवाद शुरू हुआ था, उस दौरान कंपनी के जीएम जब अपनी कार में कहीं जा रहे थे, तो उनकी गाड़ी को को रोक कर उन पर स्याही फेकी गई। जामवाल के उठाए सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस घटना में जिस पिस्तौल का जिक्र किया गया वह खिलौना था। इस घटना पर धारा 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है और मामले की छानबीन की जा रही है।
बजट सत्र के छठे स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू को सरकार के 100 दिन पूरा होने पर बधाई दी, इसके साथ ही प्रश्नकाल से कार्यवाही शुरू हुई। विधानसभा में बजट सत्र का 23 मार्च तक चर्चा होनी है और 29 मार्च को इसे पास किया जाना है। इस नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने ने कहा कि अपनी 2 गारंटीयां पूरी करते ही कांग्रेस सरकार के पसीने छूट गए हैं, 10 गारंटियां तो बस से बाहर की बात है।
- PTC NEWS