हरियाणा ने दिखाई कोविड-19 पर नियंत्रण के लिए नई राह, गांवों में ऐसा पाया कोरोना पर काबू
चंडीगढ़। हरियाणा देश में ऐसा पहला राज्य बन गया जिसने कोविड-19 की वैश्विक महामारी को ग्रामीण क्षेत्रों में नियंत्रित करने के लिए विशेष फोकस किया। ग्रामीण क्षेत्र में बसने वाली आबादी के स्वास्थ्य की सुरक्षा व कोविड-19 के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए हरियाणा में हुए उल्लेखनीय कार्य को लेकर केंद्र ने भी देश के अन्य राज्यों को इसी प्रकार की कुशल रणनीति पर काम करने के लिए प्रेरित किया है। हरियाणा के मुख्यमंत्रीमनोहर लाल ने न केवल स्वयं प्रतिदिन ग्रामीण क्षेत्रों में जारी स्वास्थ्य संबंधी कार्यों की मॉनीटरिंग की बल्कि वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को भी फील्ड में भेजा। जिन गांवों में कोविड-19 संक्रमण के मामले अधिक थे वहां पर विलेज आइसोलेशन सेंटर बनाए गए और हर जिला में उपायुक्त ने स्वयं इन सेंटर्स पर उपलब्ध सुविधाओं का मौके पर निरीक्षण किया। हरियाणा सरकार ने कम समय में ग्रामीण क्षेत्र की आबादी के एक बड़े हिस्से की स्क्रीनिंग करते हुए सभी आवश्यक कदम उठाए जिससे कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोका जा सका। हरियाणा सरकार ने टेस्ट, ट्रेक व ट्रीट की रणनीति पर गंभीरता से कार्य किया जिसके चलते आगामी दो दिनों के अंदर ग्रामीण आबादी के स्वास्थ्य जांच का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। यह भी पढ़ें- हरियाणा में सम्पति क्षति वसूली अधिनियम लागू होने पर क्या बोले अनिल विज?
गौरतलब है कि मई माह में जब देश भऱ में कोविड-19 संक्रमण के मामले तेजी से बढऩे लगे तो हरियाणा में भी यह लहर अपना असर दिखाने लगी। हरियाणा सरकार ने भी शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों को भी मॉनीटर करना शुरू किया। एनसीआर क्षेत्र के अनेक गांव, जहां से लोगों को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली व अन्य बड़े शहरों में नियमित रूप से आना-जाना लगा रहता था वहां पर हॉट-स्पॉट जैसे हालात हो गए। स्वास्थ्य विभाग ने बिना देर किए एक ग्रामीण क्षेत्रों के लिए प्रतिबद्ध कार्यक्रम हरियाणा ग्रामीण स्वास्थ्य जांच योजना तैयार की। इस कार्यक्रम के तहत 8000 टीम तैयार की गई, जिनका कार्य घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करना और कोविड-19 पोजीटिव मरीजों की पहचान कर उन्हें आइसोलेट करना था। इन टीमों के कार्य के प्रति समर्पण व स्वास्थ्य के प्रति ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती जागरुकता को देखकर यह भी अनुमान हो गया है कि आगामी दो दिनों के भीतर ग्रामीण आबादी के स्वास्थ्य की जांच का कार्य पूरा हो जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत कम समय के भीतर आबादी के बड़े वर्ग की जांच से कोविड-19 नियंत्रण पर एक हद तक नियंत्रण पा लिया गया है।