ढासा बॉर्डर धरने पर किसानों ने मनाई विरोध की होली, जलाई कृषि कानून की प्रतियां
ढासा बॉर्डर। तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। किसान आए दिन अलग-अलग ढंग से प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में होली का त्यौहार नजदीक आने पर किसानों ने कृषि कानून की प्रतियां जलाकर होली मनाई। इस दौरान किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के पुतले का भी दहन किया। [caption id="attachment_484740" align="aligncenter" width="700"] ढासा बॉर्डर धरने पर किसानों ने मनाई विरोध की होली, जलाई कृषि कानून की प्रतियां[/caption] किसानों के मुताबिक आंदोलन को 4 महीने हो चुके हैं लेकिन सरकार टस से मस नहीं हो रही। किसानों ने आरोप लगाया कि बार-बार वार्ता के नाम पर किसानों को बरगलाया गया है। किसानों के मुताबिक सरकार चाहे तो आंदोलन को कितना भी लंबा खींच ले, किसान पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि बिल वापसी के बिना घर वापसी नहीं होगी। यह भी पढ़ें- फसल खरीद प्रक्रिया को लेकर मुख्यमंत्री ने की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें- कोरोना को देखते हुए सार्वजनिक रूप से नहीं मनाई जाएगी होली, प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी [caption id="attachment_484739" align="aligncenter" width="700"] ढासा बॉर्डर धरने पर किसानों ने मनाई विरोध की होली, जलाई कृषि कानून की प्रतियां[/caption] गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से कृषि कानून की प्रतियां जलाने का ऐलान किया गया था। इसी के चलते किसानों ने होलिका दहन में भारत सरकार के तीनों नए कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई। [caption id="attachment_484742" align="aligncenter" width="700"] ढासा बॉर्डर धरने पर किसानों ने मनाई विरोध की होली, जलाई कृषि कानून की प्रतियां[/caption] वहीं सोमवार को किसानों ने रंगों से होली नहीं खेलने का निर्णय लिया है। किसान उस दिन मिट्टी से एक-दूसरे का तिलक करेंगे। किसानों ने यह फैसला आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए लिया है।