किसानों ने दशहरे पर जलाए सरकार के पुतले
फतेहाबाद। (साहिल रुखाया) कृषि कानून के विरोध में आज किसानों के द्वारा पूरे प्रदेश में रावण की जगह सरकार के पुतले जलाए गए। फतेहाबाद की रतिया खेती-बाड़ी बचाओ सभा और भूंदडवास गांव में भी किसान संघर्ष समिति के द्वारा रावण की जगह रावण के पुतले जलाए गए। [caption id="attachment_443260" align="aligncenter" width="700"] किसानों ने दशहरे पर जलाए सरकार के पुतले[/caption] किसानों के द्वारा पहले इन पुतलों को चप्पलों का हार पहनाया गया और उसके बाद इन्हें आग के हवाले किया गया। इस दौरान किसानों द्वारा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। यह भी पढ़ें- पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु बोले- इस बार पिछले चुनाव की गलती नहीं करेगी बरोदा की जनता [caption id="attachment_443263" align="aligncenter" width="700"] किसानों ने दशहरे पर जलाए सरकार के पुतले[/caption] किसान संघर्ष समिति के संयोजक मंदीप सिंह ने बताया कि कृषि कानून को लेकर किसानों में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है और यही कारण है कि दशहरे के दिन रावण की जगह सरकार के पुतले जगह-जगह जलाए जा रहे हैं। यह भी पढ़ें- डिप्टी सीएम ने 42 महिला जनप्रतिनिधियों को स्कूटी देकर किया सम्मानित [caption id="attachment_443262" align="aligncenter" width="700"] किसानों ने दशहरे पर जलाए सरकार के पुतले[/caption] उन्होंने कहा कि इस कानून के खिलाफ आंदोलन को तेज किया जाएगा और किसी भी नेता को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला किसानों के बीच जाने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रहे हैं और आने वाले दिनों में किसान अपने आंदोलन को और तेज करेंगे यह आंदोलन एक बड़ा रूप ले रहा है।