- सोनीपत में आयोजित किसान महापंचायत में बरसे राकेश टिकैत
- किसान महापंचायत में राकेश टिकैत का बड़ा बयान
- जब तक कृषि कानून वापिस नही तब तक आंदोलन वापिस नहीं
- कानून भी वापसी भी होगी और सरकार मानेंगी भी
- सरकार को संयुक्त मोर्चे से बात करनी पड़ेगी: टिकैत
- सरकार का रवैया बिल्कुल खराब है जो किसान के विरोध में है
- ये तीनों कानून किसान विरोधी, देश में क्रांति होगी
सोनीपत। (जयदीप राठी) सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर लगातार किसान तीन कृषि कानूनी खिलाफ बैठ हुए हैं और हरियाणा में महापंचायतों का दौर भी जारी है। उसी के चलते सोनीपत के खरखोदा में आज
सर्व जातीय महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें किसान नेता
राकेश टिकैत पहुंचे। इस दौरान टिकैत ने कहा कि सरकार का रवैया बिल्कुल खराब है, जो किसान के विरोध में है। ये तीनों कानून किसान विरोधी हैं। देश में क्रांति होंगी। देश में जो क्रांति होगी उसमें क्या इस्तेमाल होगा, ये आपको पता है। देशभर में किसान महापंचायत होगी, बंगाल में भी किसान ट्रैक्टर रैली होंगी।
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देशभर में होंगी किसान महापंचायत, बंगाल में भी किसान ट्रैक्टर रैली करेंगे: टिकैत[/caption]
टिकैत ने कहा कि मंत्री बयान देते हैं कि भीड़ जुटाने से कानून वापस नहीं होते। मंत्रियों की बुद्धि भ्रष्ट हो चुकी है। भीड़ जुटने से सरकारें बदल जाती हैं। यह सभी पागल हो चुके हैं। इनके दीमाग खराब हो चुके हैं। अभी तो हम कह रहे हैं कि बिल वापसी हो। अभी यह नारा नहीं लगाया है कि सत्ता वापस ले लो अभी हम सिर्फ बिल वापसी की बात कर रहे हैं।
किसान नेता ने कहा कि सरकार हमारी कमेटी के आदमियों से बात कर ले जो 40 आदमी हैं। सभी किसान एकजुटता बनाकर रखें। राकेश टिकैत ने कहा कि अभी किसान खेत में काम भी करेगा और दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन भी चलेगा। हम पूरे देश भर में जाएंगे और ट्रक्ट्ररों की रैली होगी। पूरी दुनिया में ट्रैक्टरों का आंदोलन होगा और आंदोलन की पहचान ट्रैक्टर होगा।
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राकेश टिकैत ने कहा कि यह सरकार देश के अनाज को तिजोरी में बंद करना चाहती है। अगर तिजोरी में अनाज बंद हो गया तो गरीब आदमी का क्या होगा? महंगाई कहां जा चुकी है। डीजल पेट्रोल के रेट कहां है। यह गरीब को बर्बाद करने का कानून है।