सूमी में निकाले जा रहे है भारतीय छात्र, पिछले कल रूसी बमबारी ने रोकी थी निकासी
यूक्रेन (Ukraine) ने मंगलवार को उत्तरपूर्वी शहर सूमी (Sumy City) और इरपिन (Irpin City) में युद्ध के बीच फंसे नागरिकों को निकालना शुरू कर दिया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने कीव (Kyiv) में मौजूद अधिकारियों के हवाले से इसकी जानकारी दी है। रूसी और यूक्रेनी दोनों अधिकारियों द्वारा ह्यूमैनेटेरियन कॉरिडोर बनाने पर सहमत होने के बाद नागरिकों की निकासी शुरू की गई है।
छात्रों को पोल्टावा की तरफ ले जाया जा रहा है। साथ ही दूतावास के निर्देशों के अनुसार छात्रों को वीडियोग्राफी करने की अनुमति नहीं दी गई है। भारतीय छात्रों ने वीडियो संदेश दे कर पहले बताया था कि बमबारी के बीच पैदल बॉर्डर तक पहुंचना उनके लिए जोखिम भरा होगा जिसके बाद हालात पहले से बेहतर होने पर छात्रों को सूमी से निकाला जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, सूम में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर कुछ ही देर में बसें रवाना होंगी। फंसे भारतीय छात्रों को रोमानिया बॉर्डर के रास्ते से निकालाया जाएगा और कल ऑपरेशन गंगा की फ्लाइट से भारत छात्र लौटेंगे।
वहीं, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने मंगलवार को इस बात की पुष्टि की कि युद्धग्रस्त यूक्रेन के सूमी शहर में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और उन्हें बसों में पोल्टावा ले जाया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘कल रात, मैंने कंट्रोल रूम से जांच की। सूमी में 694 भारतीय छात्र थे। आज ये सभी पोल्टावा के लिए बसों में रवाना हुए हैं।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) और यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की से बात की। इस दौरान उन्होंने सूमी शहर से भारतीय छात्रों को बाहर निकालने को लेकर चर्चा की।
समाचार एजेंसी एएफपी ने बताया कि सूमी में हवाई हमले में दो बच्चों सहित नौ लोगों की मौत हो गई। सूमी वह शहर है जो भयंकर लड़ाई का गवाह बन रहा है। चीनी, भारतीयों और अन्य विदेशियों सहित नागरिकों को निकालने के लिए शहर से पोल्टावा तक एक ह्यूमैनेटेरियन कॉरिडोर स्थापित किया गया है। सूमी राजधानी कीव से 350 किलोमीटर पूर्व में मौजूद है।