DRDO ने मोटर बाइक एम्बुलेंस 'रक्षिता' CRPF को सौंपी, जानिए क्या हैं खासियतें?
नई दिल्ली। भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के दिल्ली स्थित नामिकीय औषिध तथा संबद्ध विज्ञान संस्थान (आईएनएमएएस) ने बाइक आधारित कैजुअल्टी ट्रांसपोर्ट इमरजेंसी वाहन, ‘रक्षिता’, को एक समारोह में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को सौंपा। समारोह नई दिल्ली स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के मुख्यालय में आयोजित किया गया। [caption id="attachment_467399" align="aligncenter" width="700"] DRDO ने मोटर बाइक एम्बुलेंस 'रक्षिता' CRPF को सौंपी, जानिए क्या हैं खासियतें?[/caption] डीआरडीओ के डीएस एवं डीजी (एलएस) डॉ. ए के सिंह ने 'रक्षिता' के मॉडल को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक एपी माहेश्वरी को सौंपा, जिसके बाद इस अवसर पर 21 बाइकों के एक दल को झंडी दिखाकर रवाना किया गया। [caption id="attachment_467400" align="aligncenter" width="700"] DRDO ने मोटर बाइक एम्बुलेंस 'रक्षिता' CRPF को सौंपी, जानिए क्या हैं खासियतें?[/caption] यह भी पढ़ें- किसानों की 26 जनवरी की परेड को अकाली दल ने किया समर्थन देने का ऐलान यह भी पढ़ें- वैक्सीनेशन के बाद स्वास्थ्य कर्मी की मौत, डॉक्टर बोले- वैक्सीन नहीं है वजह यह बाइक एम्बुलेंस भारतीय सुरक्षा बलों और आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के सामने आने वाली समस्याओं में तत्काल मदद करेगी। यह कम तीव्र संघर्ष वाले इलाकों से घायलों को निकालने के दौरान जीवन रक्षक सहायता प्रदान करेगी। यह संकीर्ण सड़कों और दूरदराज के इलाकों के लिए उपयुक्त होगी, जहां एम्बुलेंस के माध्यम से पहुंचना मुश्किल और अधिक समय लेने वाला है। यह बाइक एम्बुलेंस अपनी कार्यक्षमता और एकीकृत आपातकालीन चिकित्सा सहायता प्रणाली के चलते चार-पहिया एम्बुलेंस की तुलना में तेजी से रोगियों के लिए एक चिकित्सा आपातकालीन आवश्यकता उपलब्ध करा सकती है। [caption id="attachment_467397" align="aligncenter" width="700"] DRDO ने मोटर बाइक एम्बुलेंस 'रक्षिता' CRPF को सौंपी, जानिए क्या हैं खासियतें?[/caption] बाइक एम्बुलेंस 'रक्षिता' में एक स्वनिर्धारित रिक्लाइनिंग कैजुअल्टी इवैक्यूएशन सीट (सीईएस) लगाई गई है, जिसे आवश्यकता के अनुसार उपयोग किया जा सकता है। 'रक्षिता' में हेड इम्मोबिलाइज़र, सुरक्षा हार्नेस जैकेट, हाथों और पैरों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा पट्टियाँ, ड्राइवर के लिए वायरलेस मॉनिटरिंग क्षमता और ऑटो चेतावनी प्रणाली के साथ फ़िज़ियोलॉजिकल पैरामीटर मापने वाले उपकरण भी अन्य प्रमुख विशेषताओं में शामिल है। घायल साथी के हाल की रियल टाइम निगरानी डैशबोर्ड पर लगे एलसीडी पर की जा सकती है। बाइक एंबुलेंस मौके पर ही स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए एयर स्प्लिंट, मेडिकल और ऑक्सीजन किट से भी लैस है। यह बाइक एम्बुलेंस न केवल अर्धसैनिक और सैन्य बलों के लिए उपयोगी है, बल्कि नागरिकों के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है। डॉ. जी. सतीश रेड्डी, अध्यक्ष डीआरडीओ और सचिव डीडी आरएंडडी ने सुरक्षा बलों के सामने आने वाली चुनौतियों के जवाब में इस स्वदेशी और लागत प्रभावी समाधान के लिए वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहना की।