कांगड़ा में बारिश और भूस्खलन के बाद दर्जनों लोग लापता, राहत व बचाव कार्य जारी
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ और भूस्खलन में कई लोगों के लापता होने की सूचना है। जानकारी के मुताबिक कांगड़ा में करीब 14 लोग लापता बताए जा रहे हैं। इन लोगों की तलाश के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। नगरोटा बगवां में एक बच्ची पानी में बह गई है। वहीं शाहपुर के बोह में हुए भूस्खलन के बाद 12 लोग लापता है। यहां एक शव बरामद कर लिया गया है। नदी नालों और खड्डों के किनारे जाने से परहेज करें लोग इस बीच उपायुक्त डा. निपुण जिंदल ने कहा कि मानसून सीजन के दौरान नदी नालों तथा खड्डों के नजदीक जाने से लोग परहेज करें तथा बाढ़ तथा भूस्खलन को लेकर संवेदनशील जगहों पर नहीं जाने की हिदायतें भी दी गई हैं और कुछ जगहों पर ज्यादा पानी आने पर लोगों को दूसरी जगहों पर विस्थापित भी किया गया है। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि राहत तथा पुनर्वास के कार्यों को त्वरित प्रभाव से पूरा किया जाए और किसी भी स्तर पर कोताही नहीं बरतें ताकि प्रभावित लोगों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं झेलनी पड़े। यह भी पढ़ें- 15 सितंबर तक पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन यह भी पढ़ें- पंचकूला के कालका में बेकाबू ट्रक ने 7 लोगों को रौंदा उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि आपदाओं से निपटने के लिए जिला तथा उपमंडल स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं मानसून सीजन में यह कंट्रोल रूम 24 घंटे खुले रहेंगे ताकि आपदा से त्वरित प्रभाव से निपटा जा सके। आपदा की स्थिति में जिला मुख्यालय कंट्रोल रूम से टोल फ्री नंबर 1077 पर संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आपदा से निपटने के लिए आवश्यक उपकरण भी उपमंडल स्तर पर उपलब्ध करवाए गए हैं इसके साथ ही होमगार्ड तथा वालंटियर्स की टीमें भी गठित की गई हैं जो कि आपदा के दौरान त्वरित प्रभाव से कार्य करेंगी। पर्यटकों को फिलहाल टूअर स्थगित करने की हिदायत दीं उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि 13 जुलाई तक धर्मशाला में आने वाले सभी पर्यटकों को फिलहाल के लिए अपना टूअर स्थगित करने की जिला प्रशासन की ओर से हिदायतें दी गई हैं ताकि पर्यटकों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं झेलनी पड़े। उन्होंने कहा कि धर्मशाला तथा इसके आसपास के पर्यटक स्थलों में पहले से ही पहुंचे पर्यटकों को भी जहां हैं वहीं पर रूकने की सलाह दी गई है चूंकि भारी बारिश के चलते सड़कों इत्यादि को भी नुक्सान पहुंचा है जिससे आवागमन में दिक्कत हो सकती है।