सोनीपत: जहरीली शराब से मौत मामला, मृतकों के परिवारों को मिलेगी 2 लाख की राहत राशि
सोनीपत। (जयदीप राठी) जहरीली शराब पीने से सोनीपत व पानीपत ज़िले में जिन लोगों की मृत्यु हुई है उनके परिवारों को दो लाख रुपये की राहत राशि 'हरियाणा मुख्यमंत्री राहत कोष' से दी जाएगी। साथ ही ज़हरीली शराब बेचने वालों के ख़िलाफ़ कठोर कारवाई की जाएगी। [caption id="attachment_447293" align="aligncenter" width="700"] सोनीपत: जहरीली शराब से मौत मामला, मृतकों के परिवारों को मिलेगी 2 लाख की राहत राशि[/caption] पिछले दिनों मामले को मीडिया ने प्रमुखता से दिखाया तो प्रशासन में हड़कंप मच गया। फिलहाल संदिग्ध मौतों का आंकड़ा 31 पर पहुंच गया है। जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। अब सोनीपत के डीसी और एसपी ने खुद कमान संभाल ली है। गांव गुमड़ में खुद सोनीपत डीसी श्याम लाल पुनिया और एसपी जशनदीप सिंह रंधावा पहुंचे। पीड़ित परिवारों से बातचीत की ओर मौके के हालातों का जायजा भी लिया। यह भी पढ़ें- फरवरी 2021 तक लॉंच हो सकती है कोविड-19 की वैक्सीन [caption id="attachment_447295" align="aligncenter" width="700"] सोनीपत: जहरीली शराब से मौत मामला, मृतकों के परिवारों को मिलेगी 2 लाख की राहत राशि[/caption] वहीं ग्रामीणों से बातचीत में पता चला कि कुछ लोग गांव के अंदर मौजूद ठेके से शराब लेकर आए थे। उसके बाद ठेके से सैंपल लेकर शराब के ठेके को सील कर दिया गया है। वहीं डीसी ने जानकारी दी है कि एडीसी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया गया है। जल्द ही रिपोर्ट देने की बात कही गई है। अगर किसी की भी लापरवाही मिलती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह भी पढ़ें- 80 हजार की रिश्वत लेते दो पुलिसकर्मी रंगे हाथों गिरफ्तार [caption id="attachment_447292" align="aligncenter" width="700"] सोनीपत: जहरीली शराब से मौत मामला, मृतकों के परिवारों को मिलेगी 2 लाख की राहत राशि[/caption] सोनीपत के एसपी जशनदीप सिंह रंधावा ने जानकारी दी कि अभी तक मामले में 10 एफआईआर दर्ज की गई हैं। वहीं सात आरोपियों की गिरफ्तारी भी की गई है। इसमें लापरवाही करने वाले 3 पुलिस कर्मचारियों पर भी गाज गिरी है। मुहाना थाना प्रभारी और मुहाना गांव प्रभारी के अलावा कोर्ट चौकी के प्रभारी को सस्पेंड किया गया है। वहीं अगर आगे भी मामले में किसी की लापरवाही पाई जाती है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। बहरहाल पूरे मामले में अगर यही सख्ती और तत्परता प्रशासन ने पहले दिखाई होती तो ऐसे हालात सोनीपत के ना होते। अब देखना होगा कि गठित एसआईटी क्या रिपोर्ट सौंपती है और लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों पर प्रशासन और सरकार क्या कार्रवाई करते हैं।