सावन के पहले सोमवार पर स्थानेश्वर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, जानिए इस मंदिर का महत्व
sawan somvar 2022: आज सावन के पहले सोमवार पर शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। इसी के चलते कुरुक्षेत्र के स्थानेश्वर मंदिर के दर्शन की बड़ी महत्ता है। सावन के पहले सोमवार पर भक्तों ने स्थानेश्वर मंदिर में जलाभिषेक किया। यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली।
स्थानेश्वर महादेव मन्दिर एक प्राचीन मन्दिर है। यह मंदिर भगवान शिव का समर्पित है। कहते हैं कि भगवान शिव की शिवलिंग के रुप में पहली बार पूजा इसी स्थान पर हुई थी। इसलिए कहा जाता है कि कुरुक्षेत्र की तीर्थ यात्रा इस मंदिर की यात्रा के बिना पूरी नहीं मानी जाती।
कहा जाता है कि इसकी स्थापना स्वयं ब्रह्मा जी ने की थी। मान्यता के अनुसार भगवान शिव के लिंग रूप की पूजा सबसे पहले इसी स्थाणु मंदिर से ही शुरू हुई थी। यही महाभारत का युद्ध इसी मंदिर में पूजा के बाद शुरू हुआ था।
स्थानेश्वर महादेव मन्दिर में ही पांडवों ने महाभारत के युद्ध से पहले भगवान शिव की आराधना की थी। और कुरुक्षेत्र के प्राचीन मंदिरों मे से एक है। मंदिर के सामने एक छोटा कुण्ड स्थित है, इसके बारे में पौराणिक सन्दर्भों के अनुसार यह माना जाता है कि इसकी कुछ बूंदों से राजा बान का कुष्ठ रोग ठीक हो गया था।
मुख्य पुजारी दुःख भंजन मंदिर ने बताया की सावन का सोमवार होने की वजह से मंदिर में भक्तों की खास चहल पहल रहती है। लोग अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए भगवान के दर्शन करते हैं।