हिमाचल ने गठन के उपरांत हर क्षेत्र में स्थापित किए नए मील के पत्थर: मुख्यमंत्री
बिलासपुर: झण्डूता विधानसभा क्षेत्र में प्रगतिशील हिमाचल स्थापना के 75 वर्ष, समारोह के अवसर पर विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पिछले 75 वर्षों में प्रदेश न केवल क्षेत्रफल और आबादी के लिहाज से बढ़ा है, बल्कि राज्य ने इस अवधि में अनेक उपलब्धियां भी प्राप्त की हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पहाड़ी और छोटा राज्य होने के बावजूद आज कई बड़े राज्यों के लिए भी आदर्श राज्य बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1948 में अपने गठन के उपरांत राज्य ने अनेक मील पत्थर स्थापित किए हैं, जिसका श्रेय यहां के मेहनतकश लोगों को जाता है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि एक समय जब हम प्रदेश के सम्बन्ध में सोचते थे, तो गरीबी और कठिनाइयों की तस्वीर आंखों के सामने उभरती थी, लेकिन आज हमारे प्रदेश की गिनती देश के सबसे प्रगतिशील राज्यों में की जाती है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 60,000 करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना आरम्भ की थी जो राज्य के लगभग हर गांव में ग्रामीण संपर्क सुनिश्चित करने के लिए एक वरदान साबित हुई है।
उन्होंने कहा कि हालांकि राज्य ने सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना शेष है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ नेताओं ने राज्य के विकास के बजाय सत्ता पाने को अधिक महत्व दिया।
प्रदेश के चहुमुखी विकास में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के योगदान की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदर्शी सोच से हिमाचल प्रदेश जैसे छोटे से राज्य को एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान के साथ-साथ मंडी, बिलासपुर, चम्बा, सिरमौर तथा हमीरपुर के लिए मेडिकल कालेज मिले हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बावजूद सरकार ने प्रदेश का विकास प्रभावित नहीं होने दिया। केंद्र सरकार के भरपूर सहयोग और राज्य सरकार की मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति के कारण यह दौर हिमाचल के इतिहास में एक स्वर्णिम युग साबित हुआ है।