ये है हरियाणा के सरकारी स्कूल का हाल! खुले में लगती है क्लास, बरसात में करनी पड़ती है छुट्टी
झज्जर। (प्रदीप धनखड़) बेशक हरियाणा सरकार स्कूल शिक्षकों के एक क्लिक पर ऑनलाइन ट्रांसफर करने व प्रदेश की सरकारी स्कूलों की इमारतों की अच्छी हालत होने के साथ-साथ स्कूलों में शिक्षा सुधार के लंबे-चौड़े दावे कर अपनी पीठ स्वयं ही थपथपा रही हो, लेकिन यह भी एक कड़वी सच्चाई ही है कि आज भी हरियाणा में कई गांवों की सरकारी स्कूल की इमारतें जर्जर हैं। बावजूद इसके भी इन स्कूलों में बच्चे भय के साए में शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर है।
[caption id="attachment_323984" align="aligncenter" width="700"] ये है हरियाणा के सरकारी स्कूल का हाल! खुले में लगती है क्लास, बरसात में करनी पड़ती है छुट्टी[/caption]
ऐसा ही गांव है झज्जर के गांव ग्वालीशन का सरकारी स्कूल। इस स्कूल की जर्जर इमारत को अनसेफ घोषित किए हुए लंबा अरसा हो गया है, लेकिन इस स्कूल में पढ़ने वाले स्कूली बच्चें जर्जर इमारत के बाहर खुले आसमान के नीचे जमीन पर बिछी बोरियों पर शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर है।
[caption id="attachment_323981" align="aligncenter" width="700"]
ये है हरियाणा के सरकारी स्कूल का हाल! खुले में लगती है क्लास, बरसात में करनी पड़ती है छुट्टी[/caption]
स्कूल की इमारत को करीब दो साल पहले अनसेफ घोषित किया गया था। उसके बाद ग्राम पंचायत ने स्कूल की जर्जर हाल इमारत की चारों तरफ से तारबंदी करा दी। लेकिन दो साल बीतने के बावजूद न तो इमारत ही बन पाई और न ही मासूमों को धूप व बरसात से बचने का कोई उपाय किया गया। हालत यह है कि गर्मी के मौसम में बच्चे खुले आसमान के नीचे जमीन पर बिछी बोरियों पर ही बैठकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। बरसात आती है तो बच्चों की छुट्टी कर दी जाती है। सोमवार को स्कूल के हालात जानने जब मीडिया कर्मी स्कूल में पहुंचे तो काफी संख्या में ग्रामीण वहां पर एकत्रित हो गए। यहां उन्होंने मीडिया के सामने सरकार की कार्यशैली को लेकर जमकर अपनी भड़ास निकाली।
[caption id="attachment_323985" align="aligncenter" width="700"]
ये है हरियाणा के सरकारी स्कूल का हाल! खुले में लगती है क्लास, बरसात में करनी पड़ती है छुट्टी[/caption]
ग्रामीणों व खासकर महिलाओं का कहना था कि इस बार विधानसभा चुनाव में सरकार को उसकी निष्क्रिय कार्यशैली का आईना दिखाएंगे। उधर स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों का कहना है कि स्कूल की इमारत न होने की वजह से बच्चों के दाखिले पर इसका प्रभाव पड़ा है और बच्चों की संख्या निरन्तर घटती जा रही है।
यह भी पढ़ें : नशे की लत ने युवकों को बना दिया HIV पीड़ित
प्राइमरी स्कूल की इंचार्ज अनिल कुमारी का कहना है कि स्कूल की बिल्डिंग अनसेफ होने की वजह से बच्चों की संख्या निरन्तर घटती जा रही है। धूप में बैठकर बच्चें शिक्षा ग्रहण कर रहे है। बरसात आने पर बच्चों की छुट्टी करनी पड़ती है। अभिभावक भी अपने बच्चों को स्कूल की इमारत जर्जर हाल होने की वजह से भेजने से कतराते हैं।
[caption id="attachment_323983" align="aligncenter" width="700"]
ये है हरियाणा के सरकारी स्कूल का हाल! खुले में लगती है क्लास, बरसात में करनी पड़ती है छुट्टी[/caption]
स्कूल इंचार्ज राजकुमार का कहना है कि विभाग द्वारा उनके स्कूल की इमारत बनवाने के लिए लिखित में पत्र तो आया है कि स्कूल की इमारत जल्द ही बनवा दी जाएगी। लेकिन इमारत कब बनेगी इस बात की सूचना उनके पास नहीं है। इमारत न होने की वजह से मासूम बच्चें काफी परेशान हैं और वह धूप में बैठकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। बरसात होती है तो बच्चें काफी परेशान हो जाते हैं। जिसके चलते उन्हें बच्चों की छुट्टी करनी पड़ती है।
यह भी पढ़ें : नाम की वजह से इस शख्स को नहीं मिल रहा लोन और सिमकार्ड, अब उठाया ये कदम
गांव के सरपंच धनराज का कहना है कि इस स्कूल की इमारत काफी जर्जर हाल है। इमारत अनसेफ घोषित हो चुकी है। स्कूल की इमारत के निर्माण के लिए ग्रांट आ चुकी है। उम्मीद यही है कि जल्द ही स्कूल की इमारत के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
—PTC NEWS—