Sun, Nov 17, 2024
Whatsapp

कुरुक्षेत्र में किसान महापंचायत, टिकैत बोले- जमीन को बचाना है तो आंदोलन से जुड़ना पड़ेगा

Reported by:  PTC News Desk  Edited by:  Arvind Kumar -- February 09th 2021 04:13 PM -- Updated: February 09th 2021 04:16 PM
कुरुक्षेत्र में किसान महापंचायत, टिकैत बोले- जमीन को बचाना है तो आंदोलन से जुड़ना पड़ेगा

कुरुक्षेत्र में किसान महापंचायत, टिकैत बोले- जमीन को बचाना है तो आंदोलन से जुड़ना पड़ेगा

कुरुक्षेत्र। किसान आंदोलन के समर्थन में लगातार महापंचायतों का दौर जारी है। आज हरियाणा कुरुक्षेत्र के गांव गुमथला गढु में किसान महापंचायत हुई। महापंचायत में पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सरकार पर जमकर निशाना साधा और कृषि कानूनों की वापसी की मांग की। [caption id="attachment_473505" align="aligncenter" width="700"]Mahapanchayat in Kurukshetra कुरुक्षेत्र में किसान महापंचायत, टिकैत बोले- जमीन को बचाना है तो आंदोलन से जुड़ना पड़ेगा[/caption] उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि किसान आंदोलन को तोड़ने की कोशिश की गई लेकिन आपको किसी के बहकावे में नहीं आना है। टिकैत ने कहा कि सरकार को बातचीत करनी होगी। जो फैसला जत्थेबंदी करेंगी उस फैसले को हम मानेंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ देशभर में जाएंगे। उन्होंने कहा कि देशभर में लोगों को इस आंदोलन से जोड़ा जाएगा। अगला लक्ष्य है कि 40 लाख ट्रैक्टर इस आंदोलन से जोड़े जाएं। किसान नेता ने कहा कि अगर जमीन को बचाना है तो आंदोलन से जुड़ना पड़ेगा। [caption id="attachment_473506" align="aligncenter" width="700"]Mahapanchayat in Kurukshetra कुरुक्षेत्र में किसान महापंचायत, टिकैत बोले- जमीन को बचाना है तो आंदोलन से जुड़ना पड़ेगा[/caption] किसान नेता ने कहा कि खाप पंचायतों ने हमेशा अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। हमें खाप पंचायतों का समर्थन चाहिए। जिस तरह से खाप पंचायत सपोर्ट कर रही है वह काबिले तारीफ है। यह भी पढ़ें- कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर सफाई कर्मियों की ‘ना’ यह भी पढ़ें- उत्तराखंड आपदा से लिया सबक, हिमाचल में ग्लेशियरों पर होगा अध्ययन [caption id="attachment_473507" align="aligncenter" width="700"]Mahapanchayat in Kurukshetra कुरुक्षेत्र में किसान महापंचायत, टिकैत बोले- जमीन को बचाना है तो आंदोलन से जुड़ना पड़ेगा[/caption] गौर हो कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और मध्य प्रदेश में किसान महापंचायतों द्वारा दिए गए विशाल समर्थन से दिल्ली के धरनों पर बैठे किसानों में उत्साह बढ़ा है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में इन महापंचायतों से किसान दिल्ली धरनों में शामिल होंगे।


Top News view more...

Latest News view more...

PTC NETWORK