राम रहीम की पैरोल पर अंशुल छत्रपति ने उठाए सवाल, चीफ जस्टिस को लिखा पत्र
सिरसा। (सुरेन सावंत) डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को मेडिकल पैरोल पर दिवंगत पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति लगातार सवाल उठाते रहे हैं। अब उन्होंने इस मामले को लेकर पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को एक पत्र लिखकर इस मामले में दखल दे कर पूरे मामले की मॉनिटरिंग करने मांग की है| साथ ही अंशुल छत्रपति ने आरोप लगाते हुए कहा कि डेरा प्रमुख को दी जा रही पैरोल में नियमों की भी उल्लंघना हो रही है| वहीं अंशुल ने गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल द्वारा डेरा प्रमुख की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत का अटैंडेंट कार्ड बना कर उसे बाबा से मिलने देने पर भी सवाल खड़े किये हैं| यह भी पढ़ें– खेत व खलिहान को नष्ट करने में जुटी है भाजपा-जजपा सरकार: सुरजेवाला यह भी पढ़ें– सपा नेता अखिलेश यादव के बदले सुर, लगवाएंगे वैक्सीन अंशुल छत्रपति ने कहा कि जिस तरह से बार-बार डेरा प्रमुख को कभी उनकी माता के बीमारी के बहाने एक दिन की कस्टोडियस पैरोल दी गई और उसे गुरुग्राम के एक फार्म हाउस में मिलाया गया, उसके बाद बाबा की बीमारी को लेकर पहले PGI रोहतक और उसके बाद गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया। ये सरकार और जेल प्रशासन की तरफ से डेरा प्रमुख को लंबी छुट्टी देने का एक ग्राऊंड तैयार किया जा रहा है। अंशुल ने कहा कि जिस तरह 25 अगस्त 2017 को बाबा के खिलाफ फैसला आया और प्रदेश में जिस तरह से दंगा हुआ। सरकारी व प्राइवेट सम्पति का नुकसान हुआ, लोगों की जान गई उससे सरकार और प्रशासन को सबक लेना चाहिए|