डेरे में भीड़ इकट्ठा होने पर अंशुल छत्रपति ने जताई चिंता, हनीप्रीत को लेकर कही ये बात
सिरसा। (सुरेंद्र सावंत) भीड़तंत्र द्वारा किए गए उपद्रव को लेकर कानून में परिवर्तन होना चाहिए, कानून की पेचेदगियों के कारण ज्यादातर मामलों में उपद्रवी बच निकलते हैं। यह कहना है पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति का। अंशुल छत्रपति रविवार को सिरसा में पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की स्मृति में स्थानीय पंचायत भवन में संस्था संवाद द्वारा किये गए सम्मान समारोह के आयोजन पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे। इस कार्यक्रम में सिरसा के गणमान्य लोगों और समाजसेवियों ने भी शिरकत की। इस अवसर पर इतिहास विद राम पुनियानी को दसवें छत्रपति सम्मान से नवाजा गया।
[caption id="attachment_360890" align="aligncenter" width="700"] डेरे में भीड़ इकट्ठा होने पर अंशुल छत्रपति ने जताई चिंता, हनीप्रीत को लेकर कही ये बात[/caption]
मीडिया से बातचीत करते हुए अंशुल छत्रपति ने कहा कि एक बार फिर डेरे में भीड़ का इकट्ठा होना कहीं ना कहीं चिंताजनक है। हनीप्रीत को जमानत मिलने पर अंशुल छत्रपति ने कहा कि यह पुलिस प्रशासन का फेलियर है। उन्होंने कहा कि पंचकूला और सिरसा में हुई हिंसा के सबूतों को हनीप्रीत प्रभावित कर सकती है। वहीं सुनारिया जेल में डेरा मुखी से हनीप्रीत के मिलने के प्रयासों पर अंशुल छत्रपति ने कहा कि अगर डेरा मुखी से हनीप्रीत की मुलाकात होती है तो एक बार फिर उपद्रव की साजिश रची जा सकती है। इसमें डेरा मुखी और हनीप्रीत की मुलाकात पर प्रशासन को नजर रखनी चाहिए।
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