दिल्ली में हुई हिंसा के बाद भड़का ग्रामीणों का गुस्सा, आंदोलनकारियों से हाईवे खाली करने को कहा
रेवाड़ी। बीते दिन किसान आंदोलन के नाम पर देश की राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा के बाद आज रेवाड़ी में भी ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। डूंगरवास सहित करीब 20 गांव के ग्रामीणों ने पंचायत कर दिल्ली जयपुर संख्या 48 स्थित मसानी बैराज पर पिछले करीब डेढ़ माह से बैठे आंदोलनकारियों को वहां पहुंच 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है कि वे हाईवे खाली कर दें, अन्यथा ग्रामीण चुप नहीं बैठेंगे।
[caption id="attachment_469724" align="aligncenter"] दिल्ली में हुई हिंसा के बाद भड़का ग्रामीणों का गुस्सा, आंदोलनकारियों से हाईवे खाली करने को कहा[/caption]
20 गांव के ये ग्रामीण प्रदर्शन करते हुए दिल्ली जयपुर हाईवे स्थित मसानी बैराज पहुंचे और जोरदार विरोध प्रदर्शन भी किया। हाईवे पर भारी संख्या में ग्रामीणों को आता देख पुलिस प्रशासन भी वहां पहुंच गया और आंदोलनकारियों व ग्रामीणों के बीच बातचीत के दौरान तनाव की स्थिति पैदा होती देख पुलिस प्रशासन ने ग्रामीणों को एक तरफ बुलाकर उनकी बात सुनी और आंदोलनकारियों से भी हाईवे खाली करने को कहा।
यह भी पढ़ें- एयरपोर्ट पर पकड़ी गई हेरोइन की अब तक की सबसे बड़ी खेप
[caption id="attachment_469725" align="aligncenter"] दिल्ली में हुई हिंसा के बाद भड़का ग्रामीणों का गुस्सा, आंदोलनकारियों से हाईवे खाली करने को कहा[/caption]
इन ग्रामीणों का कहना है कि पिछले डेढ़ माह से मसानी बैराज पर किसान आंदोलन के नाम पर चल रहे इस धरना प्रदर्शन के कारण बिजली, पानी और आवाजाही सहित उनकी तमाम व्यवस्था चरमरा गई है। वहीं उनके खेतों में खड़ी फसल की हालत भी खराब हो चली है। ऊपर से किसान आंदोलन के नाम पर बीते दिन देश की राजधानी में जो घिनौना कृत्य इन आंदोलनकारियों ने किया, वह बेहद ही शर्मनाक है। इसी के चलते ग्रामीणों में भारी रोष है
यह भी पढ़ें- पुलिस चौकी से 300 मीटर की दूरी पर एक घर में बंधक बनाकर लूटपाट
[caption id="attachment_469726" align="aligncenter"] दिल्ली में हुई हिंसा के बाद भड़का ग्रामीणों का गुस्सा, आंदोलनकारियों से हाईवे खाली करने को कहा[/caption]
पुलिस से मिले आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हो गए और उन्होंने कहा कि अगर 24 घंटे में हाईवे खाली नहीं हुआ तो वह आगे की रणनीति तय करेंगे। वहीं इसे लेकर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने आंदोलनकारियों से बातचीत कर ली है और उन्हें समझा दिया है कि अगर वे यहां से निकलना चाहते हैं तो पुलिस उन्हें NH-71 के रास्ते आगे भेजने को तैयार है। अब देखना होगा कि ग्रामीणों की तरफ से दिए गए अल्टीमेटम के बाद आखिर क्या कुछ परिणाम सामने आते हैं।