शिमला। कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन में जहां कई लोगों को नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है वहीं कोरोना ने अब रोजगार के द्वार भी खोले हैं। दरअसल कोविड-19 के संक्रमण को रोकने और इस महामारी से निपटने के लिए हिमाचल सरकार ने अस्थाई तौर पर विभिन्न श्रेणियों के पदों को भरने की स्वीकृति दी है।
[caption id="attachment_452721" align="aligncenter"] कोरोना ने खोले रोजगार के द्वार, इतने पदों पर हो रही भर्ती[/caption]
राज्य के सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों, शिमला और धर्मशाला के जोनल अस्पतालों और नागरिक अस्पतालों रोहड़ू और रामपुर को प्राधिकृत सेवा प्रदाता एजेंसियों के माध्यम से आउटसोर्स आधार पर अस्थाई तौर पर विभिन्न श्रेणियों के पदों को भरने के लिए अधिकृत किया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि अस्थाई तौर पर श्रमशक्ति तैनात करने के लिए 31 मार्च, 2021 तक का समय निर्धारित किया गया है।
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[caption id="attachment_452722" align="aligncenter"] कोरोना ने खोले रोजगार के द्वार, इतने पदों पर हो रही भर्ती[/caption]
जय राम ठाकुर ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्यां और इन चयनित अस्पतालों के नियंत्रक अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस दिशा में तत्काल कदम उठाएं और सरकार को तीन दिनों के भीतर अनुपालना रिपोर्ट भेजें। उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड की स्थिति से प्रभावी रूप से निपटने के लिए पर्याप्त श्रमशक्ति की उपलब्धता सुनिश्चित बनाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है।
[caption id="attachment_452720" align="aligncenter"] कोरोना ने खोले रोजगार के द्वार, इतने पदों पर हो रही भर्ती[/caption]
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोविड-19 की स्थिति से और बेहतर तरीके से निपटने के लिए दीन दयाल उपाध्याय जोनल अस्पताल शिमला, लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक, जोनल अस्पताल धर्मशाला और पं. जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चम्बा में अस्थाई तौर पर पांच-पांच चिकित्सा अधिकारियों की तैनाती की है। इन चिकित्सकों को उन विभिन्न स्थानों से स्थानान्तरित किया गया है जहां पर निर्धारित मापदण्डों से अधिक संख्या में चिकित्सक तैनात हैं।
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