9वीं से 12वीं तक के बच्चों की पढ़ाई होगी हाईटैक, बच्चों और शिक्षकों को जल्द मिलेंगे टैब
सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को दिए जाने वाले टैबलेट डाइट सेंटर पर पहुंच गए हैं। जींद जिले के विद्यार्थियों के लिए लगभग साढ़े 23 हजार टैबलेट पहुंचे हैं। विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षा सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को दिए जाने वाले टैबलेट डाइट सेंटर पर पहुंच गए हैं। जींद जिले के विद्यार्थियों के लिए लगभग साढ़े 23 हजार टैबलेट पहुंचे हैं। विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षा का लाभ मिलेगा जिले भर के 9वीं से 12वीं के बच्चों की पढ़ाई अब हाईटेक होने जा रही है। अब बच्चों और शिक्षकों को प्रदेश सरकार द्वारा भेजे गए टैबलेट जल्द मुहैया होंगे। जींद के डाइट ईक्कस में 23585 टैब पहुंच गए हैं। मुख्यालय से लिस्ट आने के बाद ही पता लगेगा कि यह टैब कौन-कौन से स्कूलों में और कहां-कहां वितरित किए जाने हैं। हालांकि टैब बच्चों को दिए जाने से पहले कुछ स्कूलों में ट्रेनिंग भी करवाई जा चुकी है। प्रदेश सरकार द्वारा भेजे गए इन टैबलेट पर बच्चे व्हाट्सएप और फेसबुक नहीं चला सकेंगे। विद्यार्थियों को डिजिटल आनलाइन शिक्षा का लाभ मिलेगा। इसका मूल उद्देश्य सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले जरूरतमंद विद्यार्थियों को लाभ पहुंचाना है, जो टैबलेट खरीदने में असमर्थ हैं। वहीं विद्यार्थियों पर बैग का बोझ भी नहीं रहेगा। टैबलेट में विद्यार्थियों की किताबों के विषयों की पीडीएफ रहेगी। इसके अलावा विद्यार्थियों को हर रोज 2 जीबी डाटा दिया जाएगा, जिसके माध्यम से विद्यार्थी आनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे। यह टैबलेट सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को दिए जाएंगे। इसके अलावा जो शिक्षक इन कक्षाओं को पढ़ाते हैं, उन्हें भी टैबलेट दिए जाएंगे। इससे शिक्षक विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान आने वाले परेशानी का समाधान कर सकें। 9वीं से 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले जिन विद्यार्थियों को निशुल्क टैब दिए जाने हैं, वह विद्यार्थी इन टैब के माध्यम से सिर्फ विषय से जुड़ी जानकारी ही हासिल कर सकेंगे। टैब पर विद्यार्थी व्हाट्सएप और फेसबुक नहीं चला सकेंगे। टैब में फिलहाल व्हाट्सएप और फेसबुक चलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। अक्सर देखने में आया है कि व्हाट्सएप और फेसबुक पर बच्चे ज्यादा टाइम खराब करते हैं। ऐसे में उनकी पढ़ाई पर भी विपरीत असर पड़ता है। इन्हीं कारणों को देखते हुए टैब में यह दोनों सुविधाएं नहीं हैं। विद्यार्थियों को टैबलेट चलाए जाने को लेकर ट्रेनिंग दी जाएगी। टैबलेट में विद्यार्थियों की पढ़ाई सामग्री पीडीएफ के रूप में सुरक्षित रहेगी। इससे विद्यार्थी धीरे-धीरे डिजीटल शिक्षा की ओर अग्रसर हो रहे हैं। हालांकि कुछ चयनित स्कूलों में ट्रेनिंग दी भी गई है।