नई दिल्ली। किसान आंदोलन को लगभग एक महीने से भी ज्यादा समय हो गया है। किसान लगातार दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं। कोरोना महामारी के बीच इतनी बड़ी संख्या में लोग एक साथ मौजूद हैं। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने इसपर चिंता जताई है। सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि क्या किसान आंदोलन में कोरोना को लेकर क्या नियमों का पालन किया जा सकता है।
[caption id="attachment_464272" align="aligncenter"] कोरोना काल में किसान आंदोलन पर सुप्रीम कोर्ट ने जताई चिंता[/caption]
मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने कहा कि हमें नहीं पता कि किसान कोविड से सुरक्षित हैं या नहीं? अगर नियमों का पालन नहीं किया गया तो तबलीगी जमात की तरह ही दिक्कत हो सकती है?
यह भी पढ़ें- काम के पैसे मांगे तो मालकिन ने कर दी नौकरानी की पिटाई
[caption id="attachment_464271" align="aligncenter"] कोरोना काल में किसान आंदोलन पर सुप्रीम कोर्ट ने जताई चिंता[/caption]
सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि हम हालात के बारे में जानने की कोशिश करेंगे। सरकार को इस संबंध में जवाब दायर करने के लिए दो सप्ताह का वक्त मिला है।
यह भी पढ़ें- आज से धुंध और कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार
[caption id="attachment_464270" align="aligncenter"] कोरोना काल में किसान आंदोलन पर सुप्रीम कोर्ट ने जताई चिंता[/caption]
दरअसल सुप्रीम कोर्ट एक जनहित याचिका पर सुनाई कर रहा था। यह याचिका निजामुद्दीन स्थित मरकज केस और कोविड लॉकडाउन के दौरान भीड़ इकट्ठा करने की परमिशन देने को लेकर थी।