प्री मानसून की पहली बारिश में ही तालाब में तब्दील हो गईं सड़कें
फतेहाबाद। (साहिल रुखाया) लू के थपेड़ों की मार झेल रहे और बरसात की आस लगाए बैठे फ़तेहाबाद क्षेत्र के लोगों को प्री मानसून की पहली बारिश ने परेशान कर डाला। शनिवार रात हुई जबरदस्त बारिश के बाद रविवार सुबह भी तेज और अच्छी बरसात हुई। शाम का पानी अभी बहुत क्षेत्रों में जमा ही था कि सुबह की बारिश ने एक बार फिर शहर को पानी पानी कर दिया।
निचला क्षेत्र पानी से लबालब हो गया। शहर का नया बन रहा धर्मशाला रोड फिर जलमग्न हो गया। जिससे यहां डाली गई पानी की पाइप पर लोग सवाल उठा रहे हैं। निकासी के लिए पानी की पाइप डालने हेतु नवम्बर 2019 में रोड तोड़ा गया और तब से लेकर यह रोड ऐसे ही पड़ा रहा क्योंकि यहां बरसाती पानी की जगह सीवरेज की पाइप लाइन डाल दी गई और करोड़ों रुपये व्यर्थ हो गए। तब से यहां नई प्लानिंग बनानी शुरू हुई ताकि बरसाती पानी की समस्या हल हो सके।
[caption id="attachment_505927" align="aligncenter"] प्री मानसून की पहली बारिश में ही तालाब में तब्दील हो गईं सड़कें[/caption]
यह भी पढ़ें– पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए अकाली दल और बीएसपी के बीच गठबंधन
यह भी पढ़ें– जानें हनीप्रीत के पूर्व पति को किसने किया था धमकी भरा फोन, पुलिस जांच में हुआ ये खुलासा
[caption id="attachment_505929" align="aligncenter"] प्री मानसून की पहली बारिश में ही तालाब में तब्दील हो गईं सड़कें[/caption]
आखिर जब कोई प्लानिंग नहीं बनी तो हाल ही में रोड को दुबारा बनाना शुरू कर दिया गया। पहली ही बारिश से यहां की पोल खुल गई। इसके अलावा जवाहर चौक, चिल्ली झील के साथ लगता इलाका, एमसी कॉलोनी, हाइवे सहित हर निचला इलाका पानी पानी नजर आया। बीती शाम हुई बरसात का पानी चिल्ली किनारे बने घरों में घुस गया, जिसके बाद जागे प्रशासन ने रात को ही दो जेसीबी मशीनें यहां भेजी और चिल्ली झील में डलने वाले गन्दे पानी को रोकने के लिये बनाये गए तटबाँधों को तोड़ा गया। जिसके बाद जवाहर चौक क्षेत्र में जमा बरसाती पानी चिल्ली में गया और लोगों के घरों में घुसा पानी निकल सका।
[caption id="attachment_505926" align="aligncenter"] प्री मानसून की पहली बारिश में ही तालाब में तब्दील हो गईं सड़कें[/caption]
गौरतलब है कि आस पास क्षेत्रों का गंदा और बरसाती पानी चिल्ली में जाता था। लेकिन अब चिल्ली का सौंदर्यीकरण का कार्य चल रहा है तो गन्दे पानी की निकासी चिल्ली में रोक दी गई थी।