बीजेपी का विपक्षी दलों पर निशाना, कहा- अस्तित्व बचाने आंदोलन में कूद गए

By  Arvind Kumar December 7th 2020 02:27 PM

नई दिल्ली। कृषि कानूनों का हवाला देकर किसान आंदोलन में कूदने वाले राजनीतिक दलों पर बीजेपी ने निशाना साधा है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज जब कांग्रेस का राजनीतिक वजूद खत्म हो रहा है, ये बार-बार चुनाव में हारते हैं चाहे वो लोकसभा हो, विधानसभा हो या नगर निगम चुनाव हो। ये अपना अस्तित्व बचाने के लिए किसी भी विरोधी आंदोलन में शामिल हो जाते हैं। [caption id="attachment_455736" align="aligncenter"]Ravirshankar Prasad Press Conference बीजेपी का विपक्षी दलों पर निशाना, कहा- अस्तित्व बचाने आंदोलन में कूद गए[/caption] उन्होंने कहा कि किसानों से संबंधित सुधारों को लेकर जो कानून बने हैं, उसको लेकर कुछ किसान संगठनों ने जो शंका उठायी है उसके लिए चर्चा हो रही है, वो चर्चा की अपनी प्रक्रिया है जो सरकार कर रही है। लेकिन अचानक तमाम विपक्षी या गैर भाजपाई दल कूद गए हैं। [caption id="attachment_455734" align="aligncenter"]Ravirshankar Prasad Press Conference बीजेपी का विपक्षी दलों पर निशाना, कहा- अस्तित्व बचाने आंदोलन में कूद गए[/caption] यह भी पढ़ें- अनिल विज को अब नहीं लगेगी कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज यह भी पढ़ें- दुष्यंत चौटाला और बृजेंद्र सिंह का हुक्का पानी बंद, महापंचायत का फैसला रविशंकर प्रसाद ने कहा कि किसान आंदोलन के नेताओं ने साफ-साफ कहा है कि राजनीतिक लोग हमारे मंच पर नहीं आएंगे। हम उनकी भावनाओं का सम्मान करते हैं। लेकिन ये सभी कूद रहे हैं, क्योंकि इन्हें भाजपा और पीएम नरेन्द्र मोदी का विरोध करने का एक और मौका मिल रहा है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने 2019 के चुनाव में अपने चुनाव घोषणा पत्र में साफ-साफ कहा है कि एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट एक्ट को समाप्त करेगी और किसानों को अपनी फसलों के निर्यात और व्यापार पर सभी बंधनों से मुक्त करेगी। [caption id="attachment_455735" align="aligncenter"]Ravirshankar Prasad Press Conference बीजेपी का विपक्षी दलों पर निशाना, कहा- अस्तित्व बचाने आंदोलन में कूद गए[/caption] "शरद पवार जब देश के कृषि और उपभोक्ता मामलों के मंत्री थे तो उन्होंने देश के सारे मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी। जिसमे उन्होंने लिखा था कि मंडी एक्ट में बदलाव जरूरी है, प्राइवेट सेक्टर का आना जरूरी है, किसानों को कहीं भी अपनी फसल बेचने का अवसर मिलना चाहिए।"

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