पूरा पंजाब नहीं बल्कि पूरा देश मोदी सरकार के ख़िलाफ़: सुखबीर सिंह बादल

By  Arvind Kumar September 17th 2021 03:03 PM -- Updated: September 17th 2021 03:12 PM

नई दिल्ली। तीन कृषि कानूनों के एक साल पूरे होने पर गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब से संसद भवन के लिए मार्च निकाल रहे शिरोमणि अकाली दल के नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उन्हें संसद मार्ग पुलिस स्टेशन ले जाया गया है। संसद मार्च में शामिल शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि हम यहां पीएम मोदी को संदेश देने आए हैं कि पूरा पंजाब नहीं बल्कि पूरा देश उनकी सरकार के ख़िलाफ़ है। सुखबीर सिंह बादल ने बताया कि शिरोमणि अकाली दल की ओर से Executive Magistrate के माध्यम से पीएम को एक ज्ञापन सौंपा गया है। हम काले कानूनों को निरस्त करना चाहते हैं, एमएसपी पर कानूनी गारंटी के साथ-साथ सभी प्रमुख फसलों की खरीद। साथ ही किसानों के जीवन को प्रभावित करने वाले किसी भी कानून को लाने से पहले परामर्श किया जाए। सुखबीर सिंह बादल ने कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने और गुरुद्वारा साहिब में लंगर के बाद पंजाब के लिए प्रस्थान करने की अपील की है। शिअद अध्यक्ष ने यह भी कहा कि उन्होंने 14-15 वरिष्ठ शिअद नेताओं के साथ अदालत में गिरफ्तारी की। यह भी पढ़ें- हरियाणा में पंचायत इलेक्शन को लेकर सरगर्मियां तेज, दो या तीन चरणों में हो सकते हैं चुनाव यह भी पढ़ें- यूपी विधानसभा चुनाव: कांग्रेस ने टिकटों के लिए मांगे आवेदन, चुकाने होंगे 11 हजार उल्लेखनीय है कि कृषि कानूनों को पारित किए हुए आज (शुक्रवार) 1 साल पूरा हो गया है। आज का दिन शिरोमणि अकाली दल काले दिवस के तौर पर मना रहा है। हरसिमरत कौर बादल और सुखबीर सिंह बादल ने संसद में कृषि कानून पारित होने का विरोध किया था। वे केवल दो सांसद थे जिन्होंने इन बिलों के खिलाफ मतदान किया था। यहां तक कि हरसिमरत कौर ने मंत्रालय से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद शिरोमणि अकाली दल ने एनडीए छोड़ दिया था और भाजपा से अपना गठबंधन तोड़ दिया था।

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