आधी रात को 'आऊट' हो गए इमरान खान, अब ये होंगे पाकिस्तान में नए प्रधानमंत्री

By  Vinod Kumar April 10th 2022 10:42 AM

पाकिस्तान में आधी रात को सियासी ड्रामा देखने को मिला। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर संसद में इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई। 342 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में इमरान सरकार गिराने के लिए विपक्ष को 172 वोट की जरूरत थी, लेकिन प्रस्ताव के समर्थन में 174 सदस्यों का साथ मिल गया और इमरान खान की सरकार गिर गई। इमरान खान की छुट्टी के बाद अब पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ के भाई शाहबाज खान मुल्क के वजीर-ए-आजम यानी प्रधानमंत्री बनेंगे। 70 साल के शाहबाज 13 अगस्त 2018 से नेशनल असेंबली के सदस्य हैं और विपक्ष के नेता भी हैं। इससे पहले पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (पीएमएल-एन) का यह नेता तीन बार पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री रह चुका है। Imran Khan loses no-trust vote, ousted as Pakistan PM बता दें कि  8 मार्च को इमरान खान के खिलाफ पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) (PMLN) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के 100 सांसदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था। करीब 33 दिनों तक चले राजनीतिक ड्रामे का अंत इमरान खान की सत्ता जाने से हो गया। हीं दूसरी तरफ इमरान खान प्रधानमंत्री आवास छोड़कर चले गए। पीटीआई के सांसद फैसल जावेद ने कहा कि वह शालीनता से विदा हुए हैं और झुके नहीं। Pak PM summons cabinet meeting विपक्षी दलों ने क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के असंतुष्टों और सत्तारूढ़ गठबंधन के कुछ सहयोगियों की मदद से जरूरत से ज्यादा समर्थन हासिल कर लिया। पाकिस्तान असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान इमरान खान और उनकी पार्टी पीटीआई के सांसद मौजूद नहीं थे। ऐसे में माना जा रहा है कि वे नई बनने वाली सरकार के लिए परेशानी खड़ी करते रहेंगे। Pak PM summons cabinet meeting इमरान के विदेश जाने पर भी रोक लगाने की बात कही जा रही है। पीटीआई के प्रमुख नेताओं और सरकार के मंत्रियों को ईसीएल में रखने की बात कही जा रही है। इस्लामाबाद हाई कोर्ट में दायर याचिका में फवाद चौधरी और शाह महमूद कुरैशी का नाम शामिल होने की बात कही जा रही है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट में इस लिस्ट में नेशनल असेंबली के पूर्व स्पीकर और डेप्युटी स्पीकर का भी नाम शामिल होने का दावा किया जा रहा है। बता दें कि पाकिस्तान में किसी भी प्रधानमंत्री ने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है।

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