इस बार सामान्य रहेगा मानसून, यूपी-पंजाब-हरियाणा में औसत से अधिक होगी बारिश

By  Vinod Kumar April 12th 2022 03:20 PM

Monsoon 2022: भीषण गर्मी का प्रकोप झेल रहे लोगों के लिए एक राहत की खबर है। इस साल सामान्य मानसून की संभावना जताई जा रही है। स्काइमेट ने 2022 के अपने मानसून पूर्वानुमान के अनुसार, चार महीनों (जून-सितंबर) की औसत बारिश 880।6 मिमी की तुलना में इस साल 98 फीसदी बारिश होने की संभावना है। इन राज्यों में सामान्य से कम बारिश का खतरा हालांकि इसी बीच स्काईमेट का पूर्वानुमान है कि राजस्थान और गुजरात के साथ नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में सामान्य से कम बारिश होने का खतरा है। इसके अलावा जुलाई-अगस्त महीने में केरल और कर्नाटक के आंतरिक क्षेत्र में वर्षा में थोड़ी कमी देखी जा सकती है। IMD issues rainfall warning in 19 states/UTs over next 5 days वहीं केरल और कर्नाटक में भी जुलाई-अगस्त के दौरान कम बारिश होगी। पूर्वानुमान के अनुसार देश भर में बारिश के सीजन का पहला हिस्सा, बाद वाले की तुलना में बेहतर रहेगा। जून में मानसून की अच्छी शुरुआत होने की संभावना है। किस महीने कितनी बारिश का अनुमान जून में 70% सामान्य बारिश का अनुमान 20% सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान 10% सामान्य से कम बारिश का अनुमान जुलाई में 65% सामान्य बारिश का अनुमान 20% सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान 15% सामान्य कम बारिश का पूर्वानुमान अगस्त में 60% सामान्य बारिश का अनुमान 10% सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान 30% सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान सितंबर में 20% सामान्य बारिश का अनुमान 10% सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान 70% सामान्य से कम बारिश का अनुमान अलनीनो से बचा रहेगा मानसून पिछले 2 मानसून सीजन में बैक-टू-बैक ला नीना का असर था। इससे पहले सर्दियों के मौसम में ला नीना तेजी से घटने लगा था, लेकिन पूर्वी हवाओं के तेज होने से इसकी वापसी रुक गई है। हालांकि प्रशांत महासागर की ला नीना, दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत से पहले तक प्रबल होने की संभावना है। इसलिए आमतौर पर मानसून को बिगाड़ने वाले अल नीनो के होने से इनकार किया है। IMD issues rainfall warning in 19 states/UTs over next 5 days पिछले साल ऐसा था मानसून का हाल पूरे भारत में मानसून के 4 महीनों के दौरान औसत 880।6 मिलीमीटर बारिश होती है, जिसे लॉन्ग पीरियड एवरेज (LPA) कहते हैं। यानी 880।6 मिलीमीटर बारिश को 100% माना जाता है। स्काईमेट ने पिछले साल 907 मिलीमीटर बारिश होने की संभावना जताई थी। इस बार इसे 862।9 मिमी का आंकड़ा दिया है। अगर एजेंसी का अनुमान सही साबित होता है तो भारत में लगातार चौथे साल ये अच्छा मानसून होगा।

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