झज्जर। झज्जर जिले के दुबलधन गांव निवासी आजाद हिंद फौज के वीर सिपाही ललती राम का कोरोना की बीमारी के कारण निधन हो गया। उनकी उम्र 100 साल से ऊपर थी। आज उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस की ओर से उन्हें सम्मान दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ललती राम के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनके साहस और योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। मुझे उसके साथ अपनी बातचीत याद है। उनके जैसे महान लोगों ने भारत के इतिहास पर एक अमिट छाप छोड़ी है।
[caption id="attachment_496005" align="aligncenter"] आजाद हिंद फौज के वीर सिपाही ललती राम का निधन, पीएम मोदी ने जताया दुख[/caption]
उल्लेखनीय है कि आजाद हिंद फौज की स्थापना की 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर हुए मुख्य कार्यक्रम में उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ मंच सांझा किया था।
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आइएनए के सिपाही ललती राम को बहादुरी के लिए 3 मेडल मिले हैं। वे आजादी की लड़ाई में कई बार जेल गए। ललती राम पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से दो बार और प्रणब मुखर्जी व वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द से एक-एक दफा सम्मानित हो चुके हैं।