नई दिल्ली। जो बाइडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति निर्वाचित हो चुके हैं। उनके राष्ट्रपति बनने से भारत और अमेरिका के रिश्तों पर क्या कोई असर पड़ेगा? यह सवाल हर भारतीय के जहन में है। विदेश नीति की जानकारी रखने वाले विशेषज्ञों की माने तो जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने से भारत-अमेरिका संबंध अप्रभावित रहेंगे।
[caption id="attachment_447563" align="aligncenter"] बाइडन का राष्ट्रपति बनना भारत के लिए क्या मायने रखता है?[/caption]
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव के मुताबिक भारत को भरोसा है कि चुनाव से दोनों देशों के रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमारे रिश्ते दलीय सीमाओं से परे हैं। अमेरिका में हर दल का भारत के साथ रिश्ते में सहयोग मिलता रहा है।
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[caption id="attachment_447562" align="aligncenter"] बाइडन का राष्ट्रपति बनना भारत के लिए क्या मायने रखता है?[/caption]
आपको बता दें कि बाइडन के राष्ट्रपति बनने से कट्टरता और आतंकवाद पर ट्रंप के मुकाबले आक्रामकता जरूर घट सकती है। वहीं अमेरिका-चीन के साथ संबंध में भी सुधार आ सकता है क्योंकि डेमोक्रेटिक पार्टी का रुख चीन के प्रति थोड़ा नरम रहा है। लेकिन भारत पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ेगा।
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[caption id="attachment_447564" align="aligncenter"] बाइडन का राष्ट्रपति बनना भारत के लिए क्या मायने रखता है?[/caption]
उधर उपराष्ट्रपति पद पर निर्वाचित हुई कमला हैरिस की बात करें तो वो कश्मीर मुद्दे पर मुखर रहीं हैं। उन्होंने पिछले साल एक बयान में कहा था कि हमें कश्मीरियों को याद दिलाना होगा कि वे दुनिया में अकेले नहीं हैं। हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं। ऐसे में देखना होगा कि उनका रुख भारत के प्रति क्या रहता है?